- पिता बोले: बेटे की लाश भी नहीं हुई नसीब, सैलरी का पैसा कंपनी खा गई।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सऊदी में नौकरी करने गए मुस्लिम युवक का वहीं मर्डर कर दिया गया। बेटे के वतन वापसी की आस लगाए घरवालों को जब बेटे की हत्या का पता चला, तो पैरों तले जमीन खिसक गई। इतना ही नहीं घरवालों को बेटे की लाश क्या आखिरी बार उसका चेहरा देखना भी नसीब नहीं हुआ।
पीड़ित परिवार ने बताया कि जिस कंपनी में बेटा काम करता था उस कंपनी ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है। मेहनताने का पैसा भी कंपनी खा गई। अब पीड़ित घरवालों ने पुलिस से बेटे के हत्यारों का पता लगाकर इंसाफ की अपील की है।
ग्राम रछौती निवासी गुलजार ने बताया कि उसका पुत्र मो. मुस्लिम 14 दिसंबर 2022 को मो. मुस्लिम सऊदिया नौकरी करने गया था। वो वहां ड्राइवरी करता था। रियाद की कंपनी इब्राहिम अब्दुल्ला अलदुफयान में तनाजुल्ले पर था। बताया कि 7 सितंबर 2024 को शाम करीब 4 बजे हमें पता चला कि बेटा गायब है। पिछले दो साल से वहां सब ठीक चल रहा था। अचानक उस दिन हमें कंपनी वालों का फोन आया। उन्होंने बताया कि तुम्हारे बेटे का मर्डर हो गया है। उसकी लाश कंपनी से लगभग 50 मीटर दूर एक खंडहर बंद फैक्ट्री में मिली है। कंपनी वालों ने बताया कि उस खंडहर में हमारा बेटा रस्सी से बंधा हुआ मिला। उसके हाथ से एक अंगुली भी कटी हुई थी।
पिता का आरोप है कि कंपनीवालों ने परिजनों से लेटर लिखवाया कि हमें बेटे की लाश से मतलब नहीं है। क्योंकि उसकी लाश हिंदुस्तान लाने लायक नहीं है। इस तरह की चिट्ठी हमसें लिखवाई। कहा कि बेटे का सारा पैसा तुम्हें मिल जाएगा। तुम ये लेटर लिखकर देदो। हम लोगों ने कंपनीवालों की बातों पर भरोसा करके उन्हें चिट्टी लिखकर भेज दी। उन्होंने वहीं सऊदिया में हमारे बेटे का दफीना कर दिया।
कंपनी ने बेटे की सैलरी भी रोक दी: लेकिन आज तक कंपनीवालों की तरफ से एक भी रुपया हमें नहीं दिया गया। पिता ने आरोप लगाया कि जब सऊदिया की पुलिस ने हमसे पूछताछ की तो हमने कंपनीवालों के कहे अनुसार कह दिया कि हमें पीएम रिपोर्ट से भी मतलब नहीं है। कंपनी ने हमें पीएम रिपोर्ट भी नहीं दी। लाचार पिता ने कहा कि मौत के पूरे 25 दिन बाद हमारे बेटे की लाश को वहीं दफन किया गया। हमने कंपनी के अनुसार सब कुछ किया लेकिन कंपनी अब हमारे बेटे का 5 लाख बकाया रुपया, मेहनताना भी नहीं दे रही। हमें पुलिस और भारत सरकार से मदद चाहिए।