बागपत। जनपद भर में अंतरिक्ष परी कल्पना चावला की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया और सभी ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर प्रमुख समाजसेवी सुनील मित्तल ने बताया कि 16 जनवरी वर्ष 2003 को भारतीय मूल की पहली अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला ने नासा के कोलंबिया स्पेस शटल से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन वह दोबारा धरती पर लौट नहीं पाई। धरती पर लौटते समय 1 फरवरी वर्ष 2003 को कल्पना चावला का स्पेश शटल दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में इस स्पेश शटल में सवार कल्पना चावला समेत सभी सातों अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई थी। उनका जन्म 1 जुलाई वर्ष 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। वह चार भाई बहनों में सबसे छोटी थी। उन्हें बचपन से ही अंतरिक्ष से लगाव था। वह अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला थी।
कहा कि युवा पीढ़ी को कल्पना चावला के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके विचारों, कार्यों व सिद्धांतों का अनुसरण करना चाहिए। अंत में सभी ने उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा।