अमरोहा। बिजली का बिल ठीक करने की एवज में 45 हजार रुपये की रिश्वत लेते मुरादाबाद एंटी करप्शन की टीम ने सिबोरा बिजली घर के जेई रत्नेश कुमार और संविदा लाइनमैन पुष्पेंद्र सिंह को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। बाद में दोनों को डिडौली पुलिस की हिरासत में दे दिया गया। वहीं, मामले में दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव सिबोरा में रहने वाले मन्नान खां किसान है। उनके घर पर विद्युत कनेक्शन है। करीब नौ महीने का बिजली बिल 60623 रुपये आया था। अगस्त 2024 से मन्नान खां बिजली का बिल ठीक करने के लिए विभागीय अधिकारियों के चक्कर काट रहे थे। लेकिन, उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस बीच सिबोरा बिजली घर पर तैनात जेई रत्नेश कुमार और संविदा लाइनमैन पुष्पेंद्र सिंह ने किसान मन्नान खां से बिजली का बिल ठीक करवाने और रीडिंग जीरो कराकर नया मीटर लगवाने की एवज में 45 हजार रुपये की रिश्वत मांग गई। इतना ही नहीं जेई और लाइनमैन मन्नान खां के घर लगा बिजली का मीटर भी उखाड़ कर ले गए।
बिजली विभाग के अधिकारियों के उत्पीड़न से परेशान होकर किसान मन्नान खां ने 28 फरवरी को मामले की शिकायत मुरादाबाद एंटी करप्शन के अधिकारियों से थी। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन की टीम ने अपना जाल बिछा दिया। एंटी करप्शन इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम सिबोरा बिजली घर पहुंच गई। इस दौरान जैसे ही किसान मन्नान खां ने जेई रत्नेश कुमार के पास बैठे लाइनमैन पुष्पेंद्र को 45 हजार रुपये सौंपे, तुरंत ही टीम ने लाइनमैन और जेई को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से रुपयों को बरामद कर लिया।
इसके बाद टीम दोनों को पकड़कर डिडौली कोतवाली ले आई। सीओ सिटी अरुण कुमार ने बताया कि एंटी करप्शन टीम की ओर से जेई रत्नेश कुमार और संविदा लाइनमैन पुष्पेंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।