मंदिर समिति के अध्यक्ष ने दूसरे पक्ष पर लगाया अभद्रता और धमकी का आरोप,
दूसरे पक्ष ने कहा आरोप हैं झूठे।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। भगवान जगन्नाथ शोभायात्रा पर चल रहे विवाद के बीच मंगलवार को समिति के अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा ने दूसरे पक्ष में मंदिर के पुजारी विष्णुदत्त शर्मा और गणेशदत्त शर्मा के साथ अभद्रता करने के साथ ही धमकी देने का आरोप लगाया है। राजेंद्र वर्मा ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में कार्रवाई की मांग की है।
राजेंद्र वर्मा ने बताया कि सोमवार शाम लगभग 4:30 बजे विवेक रस्तोगी, गणेश अग्रवाल, अनिल जैन, नितिन बालाजी, सुरेंद्र सिंधु, पारस गोयल, पवन गर्ग व अन्य लगभग 200 असामाजिक तत्वों के साथ भगवान श्री जग्गानाथ मंदिर के अंदर जबरन घुस आए। यहां उन्होंने पुजारी विष्णुदत्त शर्मा और गणेशदत्त शर्मा को गालियां देकर अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी। विष्णुदत्त की पत्नी पूनम शर्मा और उनकी पुत्री राशि शर्मा मंदिर में पूजा करने आए थे। इन सभी ने दोनों महिलाओं को घेरकर उनसे भी अभद्रता की।
उनके पोस्टर और बैनर फाड़ दिए गए और लगभग एक घंटे तक बुरी तरह अमर्यादित टिप्पणी और व्यवहार करते रहे। जिस तरह का व्यवहार इन लोगों ने किया है, इससे पुजारी और उनके परिवार को खतरा है। इसलिए कार्रवाई की जाए।
वहीं दूसरी और गणेश अग्रवाल का कहना है कि जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष विजय गोयल विज्जी और महामंत्री सुरेंद्र सिंधु ने रविवार को सदर स्थित जगन्नाथ मंदिर में सात जुलाई को निकलने वाली शोभायात्रा की तैयारी के लिए बैठक बुलाई थी। जिसके लिए प्रशासन से उन्हें अनुमति भी मिल चुकी है। बैठक के दौरान ही पुजारी के परिवार की महिलाओं ने कब्जे का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मंदिर में उनके होडिँग भी फाड दिए। यही नहीं पुजारी के परिजनों ने वैश्य समाज के लिए भी अपशब्द कहे।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा रविवार को ही थाना पुलिस को इसकी शिकायत की जा चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि राजेंद्र वर्मा निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है, बल्कि वह कथित रूप से खुद को अध्यक्ष बताते हैं।
गणेश अग्रवाल ने कहा कि कुछ लोग धार्मिक कामों में बेवजह अवरोध पैदा कर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।