मेरठ। जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जुटा है। वहीं लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) इस बार 19 फरवरी को आयोजित की जाएगी। वहीं मेरठ ने 15 हजार करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष 9,300 करोड़ का लक्ष्य प्राप्त कर लिया।
गौरतलब है कि 3 जून 2022 को लखनऊ में हुई ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 15 उद्यमियों ने 118 करोड़ से अधिक के एमओयू हस्ताक्षर किए। वहीं, 21 उद्यमियों ने 278 करोड़ के प्रोजक्ट प्रस्तुत किए। ऐसे में 36 उद्यमियों ने 396 करोड़ के एमओयू हस्ताक्षर किए। बीते वर्ष 2022-23 में उर्वरक प्लांट का विस्तार किया गया, कोविड को देखते हुए आॅक्सीजन प्लांट लगाए गए, डिब्बे बनाने की फैक्ट्री लगाई गई, इटली की तकनीक से बेयरिंग बनाए गए, स्पोर्ट्स का सामान तैयार कर रहे हैं, गुणवत्ता के साथ कॉस्मेटिक्स बनाने का प्लांट लगाया गया था। वहीं, जमीन और कई तरह की अनुमति न मिलने के बाद बोन फायर सप्लाई लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड का 100 करोड़ का प्रोजेक्ट पूर्ण नहीं हो पाया।
बताते चले कि लखनऊ में बीते वर्ष केटीआर इंटरनेशनल, बालाजी इंजीनियरिंग इक्विपमेंट इंटरनेशनल लिमिटेड, विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट, विजय वल्लभ एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड, आरसीपी डिस्टिलरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, चंदा चैरिटेबल ट्रस्ट, मंगरा रबर, प्रीमियम पैकेजिंग, वेदिक नेचुरोपैथी एंड वेलनेस विलेज, जयनारायण फैब्रिक प्राइवेट लिमिटेड, पशुपति टेक्सटाइल प्रिंट्स प्राइवेट लिमिटेड, संगल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, श्री बहुबल ट्रेडर्स, आरसीपी डिस्ट्रलरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 3 करोड़ का निवेश किया था।