भारत ने भूस्खलन से प्रभावित पापुआ न्यू गिनी को भेजी मानवीय सहायता

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नई दिल्ली:  भारत ने एक विनाशकारी भूस्खलन से प्रभावित हुए पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत के लिए गुरुवार 13 जून 2024 को 19 टन मानवीय और आपदा राहत (एचएडीआर) सामग्री भेजी। पिछले महीने के आखिर में भारत ने भूस्खलन के मद्देनजर इस द्वीपीय राष्ट्र को दस लाख अमेरिकी डॉलर की सहायता देने की घोषणा की थी। पापुआ न्यू गिनी से आई खबरों के अनुसार, भूस्खलन में 2,000 से अधिक लोग मारे गए थे।

 

 

विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, “कठिनाई के समय में एक साथ खड़े हैं। पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में विनाशकारी भूस्खलन के मद्देनजर, भारत ने हमारे करीबी एफआईपीआईसी भागीदार को 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर की तत्काल सहायता की घोषणा की थी। घोषणा के अनुसार, लगभग 19 टन एचएडीआर आपूर्ति लेकर एक उड़ान आज पापुआ न्यू गिनी के लिए रवाना हुई। सहायता में 13 टन आपदा राहत सामग्री शामिल है जिसमें अस्थायी आश्रय, पानी के टैंक, स्वच्छता किट और खाने के लिए तैयार भोजन और 6 टन आपातकालीन उपयोग की दवाएं, चिकित्सा शामिल हैं डेंगू और मलेरिया डायग्नोस्टिक किट, शिशु आहार आदि सहित उपकरण।”

 

 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत में विनाशकारी भूस्खलन के मद्देनजर भारत ने अपने करीबी भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच (एफआईपीआईसी) के साझेदार को तत्काल दस लाख अमेरिकी डॉलर की सहायता देने की घोषणा की है।

उन्होंने कहा, “घोषणा के अनुसार, लगभग 19 टन मानवीय और आपदा राहत सामग्री लेकर एक विमान आज पापुआ न्यू गिनी के लिए रवाना हुआ।”

पापुआ न्यू गिनी ‘भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच’ (एफआईपीआईसी) का सदस्य है। भारत इसके माध्यम से प्रशांत द्वीप देशों के साथ सहयोग को बढ़ावा दे रहा है।

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