कला के क्षेत्र में शोध की असीम संभावनाएं हैं
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग मेआज चित्रकला विषय के प्री-पीएचडी कोर्स 2025 का शुभारंभ किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रोफेसर बीरपाल सिंह शोध निदेशक एवं कुलानुशासक ,बतौरअति विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर जे.ए. सिद्दीकी विश्वविद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर किया। प्रोफेसर अलका तिवारी ,समन्वयक ,ललित कला विभाग ने सभी अथितियो का पुष्प गुच्छ व पटके के द्वारा स्वागत किया।
प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने शोध के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को प्रोत्साहित किया । व नवाचार एवं सृजनात्मकता के साथ अपने शोध कार्य को आगे बढ़ाए। और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अनेक नए आयाम एवं उपलब्धियां से भी अवगत कराया और कहा कि सफल शोधार्थी तभी बनेंगे जब अपने विश्वविद्यालय की नई-नई तकनीक और विभाग की सभी गतिविधियों में अपना योगदान देंगे और उसे ऊंचाइयों तक पहुंचने में सहयोग करेंगें। शोधार्थियों को पुस्तकालय संसाधनों का अधिकतम उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। और शोध के छात्राओं को नई टेक्नोलॉजी से भी अवगत कराया।
कार्यक्रम का सफल संचालन संयोजिका प्रो. अलका तिवारी, समन्वयक, ललित कला विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा किया गया। उन्होंने विभाग की ओर से सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। सभी शोधार्थियों को भविष्य में शोध की मूल्य को बड़ी गहनता से अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में चित्रकला विषय नवागंतुक शोधार्थियों सहित विभाग के सभी शिक्षक डाक्टर रीता सिंह,डाक्टर पूर्णिमा वशिष्ठ, ,डाक्टर शालिनी धामा, आदि उपस्थित रहे. तथा सभी ने विश्वविद्यालय में चित्रकला के शोध कार्य को एक नई दिशा देने का संकल्प लिया गया।