मेरठ। शहरभर में पार्किंग के नाम पर जमकर वसूली की जा रही है। जबकि, अगर बात इन अवैध पाकिंर्गों की करें तो यह अवैध पार्किंग जाम का भी मुख्य कारण बन रही हैं। नगर निगम अफसरों की मानें तो शहर में मात्र चार जगह ही नगर निगम की पार्किंग है। इसके अलावा अवैध रूप से चलने वाली पार्किंग में अवैध तरीके से वसूली की जा रही है। जो सीधा सीधा दशार्ता है कि शहर में पार्किंग के नाम पर बड़ा खेल चल रहा है और अधिकारी सबकुछ जानते हुए भी मौन बैठे हैं। जबकि, शासन ने जो मानक तय किए थे, उन्हीं के आधार पर निगम ने शहर में पार्किंग के ठेक छोड़े हैं। लेकिन अवैध पार्किंग करने वाले लोग बेफ्रिक अपनी पार्किंग बेदसतूर चलाए जा रहे हैं। लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं।
बता दें कि, नगर निगम ने 2022-2023 वित्तीय वर्ष का ठेका किया था। इस दौरान चार जगह पार्किंग का ठेका छोड़ा गया, लेकिन इसके अलावा शहरभर में अवैध पार्किंग की भरमार है। वहीं, शहर में लगने वाले जाम की वजह भी अवैध पार्किंग ही बनती जा रही हैं। जो ना केवल अवैध उगाई की वजह बन रही है बल्कि शहर में लगने वाले जाम का भी मुख्य कारण बनती जा रही है अगर बात करें नगर निगम पार्किंग की तो पूर्व में सहायक नगर आयुक्त इंद्र विजय ने नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा के साथ मिलकर पार्किंग के ठेके को लेकर वार्ता की थी लेकिन ठेकेदारों को पार्किंग का शुल्क बहुत ज्यादा लगा जिसके चलते यह पार्किंग टा ठेका अधर में लटक गया। जो काफी टाइम तक किसी ने नहीं दिया। लेकिन, इस दौरान कुछ ही जगह नगर निगम की पार्किंग चल पाई।
अब जबकि अवैध पार्किंग के ठेके बेधड़ले से शहर भर में चल रहे है, तो नगर निगम अधिकारी इन अवैध पाकिंर्गों पर जल्द ही कार्यवाही की बात कर रहे है। लेकिन पिछले काफी समय से चल रही अवैध पाकिंर्गों पर नगर निगम ने अभी तक इन पर कोई कार्यवाही नहीं की है। वहीं, इस मामले में जब शारदा एक्सप्रेस की टीम ने पार्किंग प्रक्रिया देख रहे नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त शरद यादव से बात करनी चाहिए तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।