नई दिल्ली– आज (21 अक्टूबर) सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली के कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने से UPSC की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के मामले में सुनवाई होगी। भारी बारिश के कारण बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत उस समय हो गई थी जब वह कोचिंग सेंटर में बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। तीनों छात्रों ने खुद को बचाने के लिए काफी कोशिश की लेकिन दरवाजा न खुल पाने के कारण वे बाहर न निकल सके और पानी में दम घुुटने से उनकी मौत हो गई। सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की गई सूची के अनुसार, यह मामला जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भूयान की बेंच के समक्ष सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है। इस मामले ने देशभर में कोचिंग सेंटरों में फैला अव्यवस्थाओं के अंबार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
27 जुलाई की रात को दिल्ली के ऑल्ड राजिंदर नगर में चल रहे कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में बड़ा हादसा हुआ था। उस वक्त कई छात्र लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे। भारी बारिश के कारण कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने लगा। राव आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में एक लाइब्रेरी चल रही थी, जहां सैकड़ों छात्र रोजाना पढ़ाई करते थे। घटना के वक्त शाम के करीब सात बजे, जब कुछ बड़ी गाड़ियाँ कोचिंग सेंटर के बाहर यू-टर्न ले रही थीं, तब सड़क पर इकट्ठे हुए पानी का दबाव बेसमेंट की सीढ़ियों की कांच की दीवार पर पड़ा और दीवार टूट गई। दीवार टूटते ही पानी बेसमेंट में तेजी से भरने लगा।
कुछ ही मिनटों में बेसमेंट में इतना पानी भर गया कि वहां मौजूद छात्र बाहर निकलने की कोशिश करने लगे। इस बीच, बिजली चली जाने से हालात और खराब हो गए। अफरा-तफरी के बीच अधिकतर छात्र सुरक्षित निकलने में कामयाब हो गए लेकिन श्रेया यादव, तान्या सोनी और निविन डल्विन फंस गए उन्होंने बाहर निकलने की काफी कोशिश की लेकिन घने अंधेरे के कारण कुछ नहीं दिख पा रहा था। जिससे पानी का स्तर बढ़ने लगा और डूबकर दम घुटने के कारण तीनों की मौत हो गयी।