गैंगस्टर अशोक कबाड़ी की मौत, जिला कारागार में था बंद, पढ़िए पूरी खबर

Share post:

Date:

– गंभीर बीमारी के चलते मेडिकल अस्पताल में था भर्ती
– सूदखोरी, सट्टाबाजी और जमीनों पर कब्जे के हैं आरोप
– अशोक कबाड़ी और उसके पांचों पुत्रों पर लगी हैं गैंगस्टर


शारदा न्यूज रिपोर्टर |

मेरठ। ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के भगवतपुरा निवासी अशोक कबाड़ी की शुक्रवार रात मेडिकल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह जेल में बंद था और उस पर गैंगस्टर लगी हुई थी। जबकि उसके पांचों पुत्र फरार हैं।

भगवतपुरा निवासी अशोक कबाड़ी (65) और पांच बेटों पर सूदखोरी और रुपये देने में विलंब करने या न देने पर जमीन- मकान पर कब्जे के साथ ही क्षेत्र में सट्टे की खाईबाड़ी जैसे आरोप थे। पिछले साल क्षेत्र के लोगों ने अशोक और उसके बेटों के आतंक से तंग आकर एसएसपी आॅफिस पर प्रदर्शन किया था।

जिसके बाद हुई जांच में आरोप सही पाए जाने पर अशोक और उसके बेटों पर गैंगस्टर एक्ट लगा दी गई थी। जिसमें दो बेटे गिरफ्तार कर लिए गए थे। लेकिन अशोक और बाकी बेटे फरार चल रहे थे। पहले गिरफ्तार दो बेटे जहां कुछ दिन पहले ही जमानत पर छूटकर आए हैं, तो 29 नवंबर को अशोक कबाड़ी और उसके एक बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जमानत पर छूटकर आने के बाद भी उसके बेटे दूसरे मामलों में फरार चल रहे हैं।

अशोक मधुमेह और हाइपर टेंशन के साथ अन्य रोगों का भी गंभीर मरीज था। जेल में बंद अशोक की कई दिन पहले तबियत बिगड़ने पर उसे मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार रात उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

 

घर में हैं सिर्फ दो बेटियां

अशोक की मृत्यु की सूचना पर उसके परिजन और रिश्तेदार घर पर पहुंचे हैं। लेकिन उसका एक बेटा जहां जेल में बंद हैं, तो चार बेटे फरार हैं। घर में सिर्फ अशोक की दो बेटियां हैं। अब अंतिम संस्कार को लेकर सभी परेशान हैं। ऐसे में जेल में बंद बेटे को अंतिम संस्कार के लिए कुछ समय के लिए पैरोल पर लाने के लिए परिजन मशक्कत कर रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular

More like this
Related

सस्ता घर खरीदने का मौका, मात्र 8 लाख रुपए में मिलेंगे फ्लैट

आवास एवं विकास परिषद द्वारा जागृति विहार एक्सटेंशन...

मेरठ: नगर निगम संपत्ति अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई

संयुक्त व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ ही...

वीआईपी वार्ड तक सिमटा स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान !

नगर निगम की लापरवाही के चलते शहर के...