- मशीन के अंदर संवेदना नहीं होती है,
- हमारा हित अहित हमें तय करना होगा।
शारदा न्यूज़, संवाददाता।
मेरठ। सब कुछ मशीन के भरोसे नहीं छोडा जा सकता है। क्योंकि मशीन के अंदर संवेदना नहीं होती है। मशीन के पीछे ज्यादा नहीं भागना चाहिए। हमारा हित अहित हमें तय करना होगा। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का उतना ही उपयोग करें जितनी जरूरत हो। डाटा और नॉलेज एक पॉवर है, जिसका दुरूपयोग किया जा रहा है। ऐसी चीजों से सतर्क रहना चाहिए। यह बात तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस विषय पर आयोजित एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला में पहले सत्र के मुख्य अतिथि कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रांची के कुलपति प्रो0 बलदेव भाई शर्मा ने कही।