शारदा रिपोर्टर मेरठ। जिमखाना मैदान के बाहर निर्माण हो रहा है। जिसे देखकर लगता है कि यहां पर करीब आधा दर्जन दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। जिसे लेकर शहर में चर्चा फैल गई कि जिमखाना मैदान पर अवैध निर्माण कर कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन जब असलियत सामने आई तो माजरा कुछ ओर ही निकला। दरअसल यहां पर अत्याधुनिक शौचालयों का निर्माण हो रहा है।
जिमखाना मैदान पर मालिकाना हक को लेकर नगर निगम सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। यह समाचार लगातार सुर्खियों में था, कि इसी बीच दो दिन पूर्व जिमखाना के सामने अपार चैंबर की तरफ स्थित मुख्य द्वार के पास निर्माण शुरू हो गया। जिसे लेकर शहर में चर्चा शुरू हो गई कि जिमखाना मैदान पर कब्जा हो रहा है और यहां पर अवैध निर्माण शुरू हो गया है।
शारदा एक्सप्रेस रिपोर्टर ने जब इसका सच जाना तो मामला कुछ और ही निकला। इस संबंध में पार्षद और व्यापारी नेता संदीप गोयल रेवड़ी ने बताया कि यहां पर दुकानों का नहीं बल्कि अत्याधुनिक महिला और पुरुष शौचालयों और लघु शंका का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिमखाना मैदान में तमाम बड़े आयोजन होते हैं, जिसमें आने वाले पुरूष और महिलाएं शौचालय को लेकर परेशान रहते हैं।
इसके अलावा पास ही इस्माईल डिग्री कॉलेज है और आगे भी स्कूल हैं। इनके बच्चे भी परेशान रहते है। इस्माईल डिग्री कॉलेज में तो बाह्य परीक्षाएं संचालित होती हैं, तो ऐसे में उनके साथ आने वाले अभिभावक भी शौचालय या लघुशंका स्थल न होने से परेशान रहते हैं। जिसे देखते हुए यह निर्माण कराया जा रहा है।
स्मार्ट स्टेशन की तर्ज पर हो रहा निर्माण
संदीप गोयल रेवड़ी ने बताया कि यह पिंक टॉयलेट नहीं बल्कि जैसा स्मार्ट रेलवे स्टेशन पर शौचालय होते हैं, उसी तरह इसका निर्माण कराया जा रहा है।जिसमें महिला-पुरुष यूरिनल पॉट के अलावा शौच के लिए भी आधुनिक सीट लगाई जा रही हैं। महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग-अलग निर्माण हो रहा है।
कुछ लोगों को है आपत्ति
यहां पर शाम के समय खाने-पीने का सामान बेचने वाले अपना ठेला लगाकर खड़े होते हैं। इसके साथ ही सामने कुछ कार में एसेसरीज लगाने वालों की दुकान है, जो यहां पर कार खड़ी कर उन्हें तैयार करते हैं। ऐसे में शौचालय बनने के बाद उन्हें जगह नहीं मिलेगी। जिसके कारण ये लोग विरोध कर रहे हैं।