शारदा रिपोर्टर मेरठ। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय के समिति कक्ष में विश्वविद्यालय के मिशन और विजन 2025 तथा भविष्य की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा के लिए एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रमुख अधिकारी एवं विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
बैठक में एकेडमिक एवं सामाजिक गतिविधियों का वार्षिक कलैण्डर तैयार किया जाये। प्रत्येक वर्ष में कम से कम 02 अन्तर्राष्ट्रीय एवं 05 राष्ट्रीय स्तर के कॉन्फ्रेन्स आयोजित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। शिक्षकों एवं छात्रों को कॉन्फ्रेन्स की ट्रेवल ग्रान्ट हेतु प्रोफेसर बीर पाल सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया तथा इस सम्बन्ध में नियमों की एक बुकलेट तैयार की जायेगी। विश्वविद्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षकों की विभागवार सूची तैयार कर प्रत्येक विभाग में एक माह कम से कम एक कक्षा (आॅनलाईन/आॅफलाईन) संचालित करने का लक्ष्य रखा गया।
विश्वविद्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय छात्रों की सहभागिता (प्रवेश/वोकेशनल ट्रेनिंग आदि) एवं स्कॉलरशिप आदि व्यवस्था कराये जाने पर विचार। भारत के प्रमुख 10 संस्थानों के साथ एमओयू किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। विश्वविद्यालय की । एलुमनाई मीट हेतु एक समिति का गठन किया गया जिसमें प्रोफेसर अतवीर सिंह को नामित किया गया तथा यह निर्धारित किया गया कि वह। एलुमनाई मीट हेतु अपनी एक समिति बनाकर इंटरनेशनल ख्याति प्राप्त एलुमनाई मीट कराये जाने का लक्ष्य रखा गया।
स्ववित्तपोषित संस्थानों में शैक्षणिक पदों पर रिक्तियों हेतु प्रपोजल तैयार कर उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित किया जाने का लक्ष्य। रिसर्च एकेडमिक्स द्वारा वाइस चांसलर मीट का आयोजन कराये जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करना। विश्वविद्यालय में नये एमओयू कराने तथा पुराने एमओयू के नवीनीकरण तथा क्रियान्वयन आदि हेतु आईक्यूएसी द्वारा एक समिति का गठन किये जाने पर सहमति।
मेधावी छात्रों छात्रवृत्ति के रूप में ट्यूशन फीस में छूट देने हेतु नियम बनाये जाने पर विचार। विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षकों को प्रदान किये जाने वाले प्रोजेक्ट्स हेतु निदेशक, शिक्षा एवं शोध की अध्यक्षता में प्रोफेसर जितेन्द्र कुमार, माईक्रोबायलोजी विभाग एवं प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा, शिक्षाशास्त्र विभाग की एक समिति बनायी गयी। प्रोफेसर बिन्दु शर्मा, जन्तु विज्ञान के निर्देशन में विश्वविद्यालय की समस्त पॉलिसियों का रिव्यू कर पुन: मुद्रण किया जाने हेतु एक समिति का गठन किया जाना।