मेरठ। एक युद्ध नशे के विरुद्ध कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को पुलिस लाईन सभागार में जिलाधिकारी दीपक मीणा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आहूत की गई।
जिसमें जनपद को नशा मुक्त बनाने, बच्चों को नशे की आदतों, नशीली दवाओं के सेवन, नशे के अवैध कारोबार में संलिप्तता आदि के लिए कारगर उपायों पर विचार विमर्श करते हुए निर्देशित किया कि जनपद में नशे व नशीले पदार्थों के सेवन के संबंध में लोगों, स्कूल एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को जागरूक करने की आवश्यकता है।
उक्त कार्य हेतु नोडल अधिकारियों के नंबर सोशल मीडिया के माध्यम से जगह-जगह पर फ्लैश करने हेतु निर्देशित किया गया, जिससे अगर कहीं से नशे, नशे के सेवन, उसके अवैध व्यापार के संबंध में कोई सूचना प्राप्त होती है या इस तरीके के प्रकरण संज्ञान में आते हैं तो जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के सीयूजी नंबरों पर व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दी जा सकती है।
उन्होने बताया कि इन नंबरों को स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व उनके द्वारा मॉनिटर किया जाता है इसीलिए सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान के संबंध में कोई सूचना लीक नहीं होगी।जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित अधिकारियों, सीएमओ, ड्रग्स अधिकारी, आबकारी अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डीआईओएस बीएसए को निर्देशित किया कि प्रहरी क्लब की बैठकों में बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को अनिवार्य रूप से बुलाए। उनके माध्यम से भी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाये ताकि बच्चों में नशे की आदतों, उसमें शामिल होने तथा मादक पदार्थो का व्यापार करने वाले व्यक्तियो द्वारा नशे के लिए बच्चो का इस्तेमाल करने से उन्हे बचाया जा सके।
इस अवसर पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, ज्वाइंर्ट मजिस्ट्रेट श्रुति शर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी अजित कुमार, सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।