दोनों अधिकारियों ने मंगलवार रात में परखी रैन बसेरों की व्यवस्थाएं, दिए जरूरी दिशा-निर्देश
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। मंगलवार रात कमिश्नर और डीएम ने शहर के रैन बसेरो और मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था का निरिक्षण किया। उन्होंने नगर निगम द्वारा संचालित शहर के 12 रैन बसेरो में 50प्रतिशत से भी कम लोगों के ठहरने पर नाराजगी जताई।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में शीत लहर का असर बढ़ते ही प्रशासन सक्रिय हो गया है। कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. और डीएम दीपक मीणा ने मंगलवार देर रात शहर के रैन बसेरो और मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने नगर निगम द्वारा संचालित 12 रैन बसेरो में 160 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होने के बाद भी वहां 50 प्रतिशत लोगों के ही ठहरने पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि, रेलवे स्टेशन समेत मुख्य मार्गों के आसपास लोग खुले आसमान के नीचे सोते हैं।
नगर निगम के अधिकारी प्रयास करें कि शीत लहर में कोई भी खुले आसमान के नीचे ना सोएं। उन्होंने मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी वार्ड का भी निरीक्षण किया और वहां भर्ती मरीजों व दवाई की उपलब्धता को लेकर स्टाफ से बातचीत की। शहर के घंटाघर, सोहराब गेट समेत
मेडिकल कॉलेज रैन बसेरों के निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने वहां जल रहे अलाव की व्यवस्था को भी देखा। शहर के घंटाघर, सोहराब गेट समेत मेडिकल कॉलेज रैन बसेरो के निरीक्षण के बाद कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे ने वहां जल रहे आलाव को भी देखा। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि, जब आखिर अलाव जलाने के लिए मोटी लकड़ी मिलती है, तो क्यों उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। उन्होंने नगर आयुक्त सौरभ गंगवार को इस बाबत आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि, रैन बसेरो में ठहरने वाले व्यक्तियों को सर्दी से बचाव के लिए रजाई, कंबल व अलाव की व्यवस्था करें। इसी के साथ डीएम दीपक मीणा और एडीएम राजस्व सूर्यकांत त्रिपाठी ने रैन बसेरो का रजिस्टर चेक किया।