रामपुर। वाणिज्य कर विभाग (जीएसटी) के सचल दल ने भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज पप्पू की मोबिल आॅयल से भरी गाड़ी को पकड़ लिया। कागजात दिखाने को लेकर पहले सचल दल की जिलाध्यक्ष के बेटे से कहासुनी हुई। आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे ने कुछ साथियों के साथ मिलकर वाणिज्य कर दफ्तर पहुंचकर हंगामा किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष के बेटे ने सिपाही की पिटाई कर दी, जिससे अफरातफरी मच गई। मामले में जिलाध्यक्ष ने भी सिपाही पर बेटे के साथ मारपीट का आरोप लगाया है। मामले में वाणिज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त की ओर से तहरीर सिविल लाइंस थाने में दी जा रही है। अधिकारियों ने जिलाध्यक्ष के बेटे व अन्य भाजपाइयों पर धमकाने व गाली-गलौज करने का भी आरोप लगाया है।

वाणिज्य कर विभाग (जीएसटी) का एक सचल दल मंगलवार की शाम को शाहबाद रोड पर चेकिंग कर रही थी। टीम ने मोबिल आॅयल से भरे एक टेंपो को रुकने का इशारा किया,लेकिन टीम को देखकर चालक गाड़ी को लेकर भागने लगा,जिस पर सचल दल की टीम ने गाड़ी का पीछा किया और फिर राम रहीम पुल के पास गाड़ी को पकड़ लिया। आरोप है कि इस दौरान टीम की चालक ने भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे से बात कराई,जिसको लेकर टीम और जिलाध्यक्ष के बेटे के साथ कहासुनी हो गई। इसके बाद यह टीम गाड़ी को लेकर दफ्तर पहुंच गई।

सूचना मिलने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे आशू अपने समर्थकों केसाथ दफ्तर पहुंच गया,जहां पर उन्होंने कार्रवाई का विरोध किया। जीएसटी अधिकारियों के मुताबिक इस दौरान जिलाध्यक्ष के बेटे ने अफसरों के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और नौकरी से निकलवाने तक की धमकी दे डाली। इसी बीच बीच बचाव को आए जीएसटी विभाग के सिपाही सुभाष यादव के साथ मारपीट शुरू हो गई,जिसके बाद दफ्तर में हंगामा हो गया। आनन-फानन में सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया।

घटना की जानकारी मिलने के बाद वाणिज्य कर विभाग के उच्चाधिकारी भी मुरादाबाद से रामपुर पहुंच गए। इस मामले में सहायक आयुक्त मनोज मिश्र की ओर से मामले की तहरीर सिविल लाइंस पुलिस को दी जा रही है। अफसरों का कहना है कि भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे ने सिपाही के साथ मारपीट की साथ ही अफसरों को धमकाया भी। गाड़ी के कागजात भी नहीं थे।

सचल दल कर रहा था रुपयों की मांग

भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज पप्पू ने आरोप लगाया कि उनके पेट्रोल पंप से मोबिल आॅयल की एक खेप टेंपो से लादकर लाई जा रही थी। रास्ते में गाड़ी रोकी,जिस पर बताया गया कि जीएसटी के पूरे कागजात हैं,लेकिन इसके बाद भी सचल दल के लोग रुपयों की मांग करने लगे। रुपये न देने पर उनके बेटे के थप्पड़ मार दिया गया। उनके बेटे पर लगाए गए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। वाणिज्य कर विभाग के अफसर लगातार मनमानी कर रहे हैं,जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी।

 

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