अहिंसात्मक आंदोलन और वार्ता से हल हमारा उद्देश्य

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  • भारतीय किसान यूनियन (किसान क्रांति) अराजनैतिक ने पत्रकार वार्ता में उठाए मुद्दे।

शारदा रिपोर्टर

मेरठ। भारतीय किसान यूनियन (किसान क्रान्ति) अराजनैतिक के पदाधिकारियों ने मंगलवार को होटल ओलीविया में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन मलिक ने कहा कि संगठन का गठन किसानों के उत्थान व किसान एकता के साथ उसमें राष्ट्र प्रेम पारिवारिक भावना के लिये किया गया है।

विपिन मलिक ने कहा कि किसान का उत्थान ही राष्ट्र का उत्थान व अखंडता है। किसी भी जाति धर्म का किसान हो सब आपस में भाई भाई है। इस लिये हमारा संगठन नेता आचारित नहीं बल्कि कार्यकर्ता आधारित है। संगठन का मानना है कि पुरा गाँव प्रदेश व देश एक परिवार है। संगठन का सिद्वान्त है। कि जो हमसे टकरायेगा, वो हम में ही मिल जायेगा अर्थात वह किसानो के हित की ही बात करेगा।

किसान यूनियन संविधान की प्रतिष्ठा व लोकतंत्र की परम्परानुसार किसानों का सम्मान कायम रखते हुए व्यवस्था ( राज्य सरकार व केंद्र सरकार) के विरुद्ध सृजनात्मक संघर्ष के लिए आहिंसत्मक आन्दोलन कर या बातचीत के जरीय किसानों की मांगे मनवाने का प्रयास करेगी तथा अन्य किसानों के संगठन के साथ मिलकर भी किसानो की आवाज उठाने का काम करेगी ।

इस दौरान यूनियन द्वारा मांग भी उठाई गई। जिसमें कहा कि किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य दिया जाये तथा एमएसपी को किसान हित में लागू करके स्वामीनाथन आयोग की कृषि और किसान पर दी गयी रिपोर्ट को राज्य व केंद्र सरकार द्वारा लागू किया जाये। किसानों की बिना किसी शर्त के निशुल्क व निर्वाध बिजली ट्यूबवेल के लिए दी जाये। नहरों व माइनरों की टेल तक पानी पहुँचाने की व्ययस्था की जाए।

गन्ने का मूल्य आगामी सीजन में 400 प्रति कुंटल तय किया जावे। किसानों को खेती के लिये बैंकों से ब्याज मुक्त ऋण दिया जाए। किसानों की आय बढ़ाने के लिए निशुल्क प्रशिक्षण प्रत्येक ब्लाक में देकर, रेशम उद्योग, मधुमक्खी पालन पशु पालन, मछली पालन आदि के लिये किसानों को ब्याज मुक्त अनुदानित ऋण उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही किसानों के परिवार से एक व्यक्ति को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जावे। प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में किसानों की बैठक किसानो से सम्बंधित सभी विभागों के अधिकारीयों के साथ माह में एक बार की जाये तथा समस्याओं का समाधान किया जाये ।

किसानों के गन्ने के बकाया भुगतान का ब्याज नहीं दिया जा रहा तो किसानो के ऋण ब्याज मुक्त हो । प्रत्येक किसान का आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड बनाया जाये और किसानों के केसीसी पर ली गयी प्रोसेसिंग फीस एक बार ली जाये, हर वर्ष न ली जाए।

इस दौरान राष्ट्रीय संगठन मंत्री रिषिपाल, राष्ट्रीय महासचिव योगेश, राष्ट्रीय संरक्षक गजेंद्र सिंह चिकारा, प्रदेश अध्यक्ष मोहित चौहान, जिलाध्यक्ष अंशुल शर्मा, युवा जिलाध्यक्ष अंकुर चौहान, जिला सचिव दिनेश चौहान और अवनीश सांगवान आदि रहे।

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