स्वास्थ्य क्षेत्र में है रोजगार के अपार अवसर: डॉ अमित चतुर्वेदी
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेरठ कॉलेज के इग्नू केंद्र में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा बीएड एवं बीएससी नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इग्नू के नोएडा क्षेत्रीय केंद्र में कार्यरत डिप्टी डायरेक्टर डॉ अंजना पर्यवेक्षक के रूप में उक्त दोनों प्रवेश परीक्षाओं में मौजूद रहीं। यह परीक्षा दो पालियों में संपन्न हुई। प्रथम पाली में बीएड की प्रवेश परीक्षा सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक आयोजित की गई जिसमें 80% आवेदक उपस्थित रहे। उसके बाद दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक बीएससी नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा का आयोजन हुआ जिसमें 88% आवेदक उपस्थित रहे।
डॉ अंजना ने बताया की बीएड एवं बीएससी नर्सिंग दोनों ही कोर्स इग्नू के फ्लैगशिप कार्यक्रमों में से हैं, दोनों ही कोर्स रोजगार परक हैं और न केवल देश में बल्कि विदेश में भी दोनों ही कोर्स पूर्ण मान्यता प्राप्त है।
इग्नू केंद्र के कोआॅर्डिनेटर प्रोफेसर चंद्रशेखर भारद्वाज ने बताया की नोएडा क्षेत्रीय केंद्र में केवल मेरठ कॉलेज ही बीएड के कार्यक्रम को संचालित करता है। यह 2 वर्ष का है और प्रत्येक वर्ष 50 आवेदक बीएड के लिए क्षेत्रीय केंद्र नोएडा को संस्तुत किए जाते हैं। डॉ अंजना ने बताया की इग्नू से बीएड करने के लिए आवेदक को स्नातक के साथ-साथ या तो बीटीसी कोर्स किया होना चाहिए या आवेदक ने डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन किया हुआ हो।
इग्नू के नोएडा क्षेत्रीय केंद्र के वरिष्ठ निर्देशक डॉक्टर अमित चतुवेर्दी ने अपने संदेश में कहा की मेरठ कॉलेज स्थित इग्नू अध्ययन केंद्र अपनी पूर्ण क्षमता और दक्षता के साथ इग्नू के विभिन्न कार्यक्रमों एवं परीक्षाओं को संचालित कर रहा है। उन्होंने अपेक्षा जताई कि भविष्य में भी मेरठ कॉलेज का इग्नू केंद्र उन्नति के पथ पर निरंतर बढ़ता रहेगा। डॉ अमित चतुवेर्दी ने बीएससी नर्सिंग के संबंध में बताया कि यह कोर्स सेवारत नर्सों को अपने ज्ञान कौशल और करियर की संभावनाओं को उन्नत करने के लिए एक लचीला किफायती और व्यापक दूरस्थ शिक्षा का अवसर प्रदान करता है जो अंतत: बेहतर स्वास्थ्य की गुणवत्ता बढ़ाने में अपना योगदान देता है।
मेरठ कॉलेज के अवैतनिक मंत्री विवेक कुमार गर्ग ने दोनों परीक्षाओं के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर गहन संतोष व्यक्त किया। उक्त दोनों प्रवेश परीक्षाओं को सफल बनाने में डॉ हरजिंदर सिंह, देवेंद्र कुमार, घनश्याम यादव, विपिन कुमार, रविंद्र शर्मा, अमित हरीश एवं सुभाष का विशेष योगदान रहा।