प्रयागराज- प्रयागराज में यूपी लोक सेवा आयोग के (UPPSC) बाहर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के लिए राहत भरी खबर सामने आयी है। बताया जा रहा है कि छात्रों की बात मान ली गई है। आयोग के अध्यक्ष संजय श्री नेत की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि पीसीएस की परीक्षा एक दिन में एक शिफ्ट में ही कराई जाएगी।
इसके साथ ही RO-ARO परीक्षा के के लिए केमिटी गठित की है, RO-ARO की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। जिन छात्रों को प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था, उन्हें छोड़ा जा रहा है। आयोग ने PCS के अभ्यर्थियों की मांग मान ली है, हालांकि RO-ARO 2023 की भर्ती परीक्षा को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। आयोग ने दिसंबर महीने में होने वाली इस परीक्षा को टाल दिया है।
परीक्षा पैटर्न तय करने के लिए कमेटी बनाने की बात कही है, हालांकि इसको लेकर प्रदर्शनकारी छात्र आयोग के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। छात्रों ने आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है, छात्र इसे डिवाइड एंड रुल बता रहे हैं और हजारों की संख्या में छात्र जमा हैं। छात्रों का कहना है की फूट डालो और राज करो वाली नीति के तहत आज का फैसला है। इसमें एक वर्ग को संतुष्ट किया गया है। एक वर्ग को असंतुष्ट किया जा रहा है। कहा कि जब तक RO/ARO को लेकर के फैसला नहीं आएगा वह तब तक अपना आंदोलन खत्म करने वाले नहीं है।
बता दें कि इसको लेकर सियासी चर्चाएं भी तेज होने लईं। अखिलेश यादव राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं जाहिर की। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर दखल दी और आयोग ने UPPCS 2024 की प्रारंभिक परीक्षा पहले की तरह एक दिन और एक शिफ्ट में कराने का ऐलान कर दिया।