शारदा रिपोर्टर मेरठ। केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय केंद्र मोदीपुरम में विश्व आलू दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान किसानों की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया गया। इस दौरान किसानों से आलू की नई तकनीक अपनाकर उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया गया।
केंद्र अध्यक्ष डॉ. आरके सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विवि के कुलपति डॉ. केके सिंह रहे। संस्थान के निदेशक डॉ. ब्रजेश सिंह ने आलू क्षेत्र के विकास में संस्थान की उपलब्धियों के विषय में जानकारी दी। डॉ. आर आर बर्मन सहायक महानिदेशक कृषि प्रसार ने किसानों को तकनीकी ज्ञानवर्द्धन के लिए परिषद संचालित कृषि प्रसार की योजनाओं के विषय में जानकारी दी।
आलू तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने के लिए इन योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। मुख्य अतिथि डॉ. केके सिंह ने किसानों को संस्थान द्वारा विकसित आलू उत्पादन की तकनीकों को अपनाकर लाभ उठाने का आह्वान किया। परिषद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय आलू दिवस पर प्रकाशित विशेषांक इंडियन फार्मिंग का विमोचन किया गया।
इसके बाद फसल कटाई, विविधता एवं पोषण की संभावनाओं पर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। तकनीकी सत्र में संस्थान के निदेशक डॉ. ब्रजेश सिंह ने भारत के आलू क्षेत्र में प्रगति का प्रसार, उपलब्धियां और प्रभाव विषय पर जानकारी दी।
भारत में आलू का बढ़ते क्षेत्र में संस्थान के योगदान पर प्रकाश डाला। डॉ. आरके सिंह ने बीज आलू उत्पादन की उन्नत तकनीक ऐरोपोनिक व एआरसी तकनीकों के विषय में अपने विचार रखे। दूसरे तकनीकी सत्र में धनुका समूह के डीजीएम विपणन व विषय विशेषज्ञों ने अपने समूह के उत्पादों, विकसित तकनीकों के विषय में विस्तार से जानकारी दी।