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Sunday, November 2, 2025
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भारत और मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर, जाने समझाैते की प्रमुख बातें

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  • पीएम मोदी की वाराणसी में मॉरीशस पीएम से खास मुलाकात।
  • भारत और मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की उपस्थिति में वाराणसी में भारत और मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। पीएम नरेन्द्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं, पीएम मोदी के वाराणसी पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। यहां पीएम मोदी ने मॉरीशस के पीएम से मुलाकात की। दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। पीएम नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की उपस्थिति में वाराणसी में भारत और मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। बता दें, मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम अपने तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार शाम वाराणसी पहुंचे हैं, लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उनकी अगवानी की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में आपका स्वागत करने का अवसर मिल रहा है। चीन काल से काशी भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक रही है। हमारी संस्कृति और संस्कार सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहाँ की जीवन-पद्धति में रच-बस गए। काशी में माँ गंगा की अविरल धारा की तरह, भारतीय संस्कृति का अविरल प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है और आज, जब हम मॉरीशस के साथियों का काशी में स्वागत कर रहे हैं, तो यह सिर्फ़ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक मिलन है इसलिए मैं गर्व से कहता हूं कि भारत और मॉरीशस सिर्फ पार्टनर नहीं बल्कि एक परिवार है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आज हमने द्विपक्षीय सहयोग की सभी पहलुओं की विस्तृत समीक्षा की। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा किए। मैं मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम को चागोस समझौता संपन्न होने पर बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ” ये मॉरीशस की संप्रभुता की एक ऐतिहासिक जीत है। भारत ने हमेशा उपनिवेशवाद और मॉरीशस की संप्रभुता की पूर्ण मान्यता का समर्थन किया है और इसमें भारत, मॉरीशस के साथ दृढ़ता से साथ खड़ा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मॉरीशस के विकास में एक विश्वसनीय और प्राथमिक साझेदार होना भारत के लिए गर्व की बात है। आज हमने मॉरिशस की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए एक विशेष आर्थिक पैकेज पर निर्णय लिया है। यह इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करेगा, रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करेगा। भारत के बाहर पहला जन औषधि केंद्र अब मॉरीशस में स्थापित हो चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा इस वर्ष हम सर शिवसागर रामगुलाम जी की 125वीं जयंती मना रहे हैं। वे केवल मॉरीशस के राष्ट्रपिता ही नहीं, बल्कि भारत और मॉरीशस के बीच अटूट सेतु के संस्थापक भी थे। उनकी यह जयंती हमें मिलकर अपने संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की प्रेरणा देती है।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा मैं आपको, प्रधानमंत्री और आपकी सरकार को हमारे आगमन के बाद से हमारे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के प्रति दिखाए गए उदार शिष्टाचार के लिए भी धन्यवाद देना चाहता हूं। वाराणसी पहुँचते ही, मुझे और मेरी पत्नी को जो स्वागत मिला, उससे हम दोनों ही आश्चर्यचकित रह गए। मेरा मानना ​​है कि किसी भी अन्य प्रधानमंत्री को ऐसा स्वागत कभी नहीं मिला होगा। मुझे खुशी है कि यह आपके निर्वाचन क्षेत्र में है। मैं समझ सकता हूं कि आप इतनी बड़ी संख्या में क्यों चुने जाते हैं। यह भारत की मेरी चौथी आधिकारिक यात्रा है।

 

 

 

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