– राजस्थान में जयपुर के पास हुआ हादसा, तीन गंभीर रूप से घायल, परिवार में मातम।
लखनऊ। नगराम इलाके के एक परिवार की जयपुर के पास हुए सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में मां के साथ दो बेटों की जान चली गई।
नगराम के हरदोईया बाजार में रहने वाले एक ही परिवार के तीन लोगों की जयपुर में सड़क हादसे में मौत हो गई। मरने वालों में मां और दो बेटे शामिल हैं। परिवार खाटू श्याम मंदिर दर्शन करने जा रहा था। हादसे में तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
हरदोईया में रहने वाले राहुल (36), छोटे भाई नितिन उर्फ पारूल (32), मां ललिता देवी (55), पत्नी विद्या देवी और बेटे सात्विक व रणजीत के साथ कार से खाटू श्याम मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। बुधवार सुबह जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के रायसर इलाके में मनोहरपुर-दौसा हाईवे पर अचानक एक ट्रक का टायर फट गया। सड़क पर ट्रक घिसटते हुए अचानक रुका गया। इस बीच सामने से आ रही राहुल की कार ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में सवार लोग अंदर ही दब गए।
राहगीरों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद कार काटकर सभी को बाहर निकाला। तब तक ललिता देवी और उनके दोनों बेटों राहुल और नितिन की मौत हो चुकी थी। वहीं राहुल की पत्नी और दोनों बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है। घटना की जानकारी पाकर राहुल के परिजन जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
ट्रक का पहिया फटने से हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के मुताबिक कार पारूल चला रहे थे। ट्रक मनोहरपुरा की ओर से दौसा की तरफ जा रहा था। अचानक ट्रक का दाएं तरफ का टायर फट गया। सड़क पर ट्रक घिसटते अचानक रुका गया। इस बीच सामने से आ रही तेज रफ्तार कार की ट्रक से टक्कर हो गई। कार सवार सभी लोग सीट से चिपक गए। ट्रक चालक भी केबिन में फंस गया, जिसे मुश्किल से निकाला जा सका।
घायलों की हालत नाजुक
राहुल सरकारी नौकरी करते थे, जबकि पारूल प्रतियोगी परीक्षा की तैयार कर रहे थे। हादसे में घायल राहुल की पत्नी और दोनों बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है। घटना की जानकारी पाकर राहुल के परिजन जयपुर के लिए रवाना हो गए हैं। स्थानीय पुलिस परिजनों के वापसी का इंतजार कर रही है।
गांव में पसरा मातम, हर कोई स्तब्ध
हरदोइया गांव निवासी रामबाबू कनौजिया के बेटे राहुल, पारूल उर्फ नितिन व पत्नी विद्या देवी की मौत की खबर से गांव में सन्नाटा पसर गया है। हर कोई घटना से स्तब्ध है। दुर्घटना की जानकारी पाकर ग्रामीण रामबाबू के घर पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। गांव के लोगों के अनुसार राहुल व नितिन बेहद मिलनसार थे, जो लखनऊ में परिवार के साथ रहते थे। ग्राम प्रधान विजय चौरसिया ने बताया कि गांव में पिता रामबाबू पत्नी के साथ रहते थे। रामबाबू मानसिक रूप से अस्वस्थ रहते हैं। उन्हें सुनाई भी कम देता है। बेटों और पत्नी की मौत से वह सदमे में हैं।