कपसाढ़ गांव में बने द्वार पर गुर्जर समाज ने जताया विरोध, जातीय तनाव बढ़ने की आशंका।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सरधना विधानसभा क्षेत्र के कपसाढ गांव में हाल ही में बनाए गए एक स्वागत द्वार को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। गांव के बाहर बने इस द्वार पर लिखा गया है-‘राजपूत मिहिर सम्राट भोज स्मृति द्वार’। इसका उद्घाटन पूर्व विधायक संगीत सोम के पिता ओमवीर सिंह ने किया था। लेकिन अब यह शिलालेख विवाद और जातीय तनाव का कारण बनता दिख रहा है।
गुर्जर समाज ने इस बोर्ड पर लिखे शब्दों का सोशल मीडिया पर तीखा विरोध किया है। समाज का कहना है कि मिहिर भोज गुर्जर प्रतिहार वंश के शासक थे और उनके नाम के साथ ह्यराजपूतह्ण शब्द जोड़ना इतिहास के साथ छेड़छाड़ है।
गुर्जर नेताओं ने साफ कहा है कि या तो इस बोर्ड को तुरंत हटाया जाए या फिर इसे सुधारकर ‘गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज’ लिखा जाए। गुर्जर समुदाय ने चेतावनी भी दी है कि अगर बोर्ड में सुधार नहीं हुआ तो हालात बिगड़ सकते हैं और क्षेत्र में जातीय तनाव बढ़ सकता है।
इस बीच गांव के मौजूदा प्रधान के बेटे सुधांशु ठाकुर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में उन्होंने कहा है कि वे क्षत्रिय हैं और किसी भी हालत में बोर्ड नहीं हटेगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ‘राजपूत’ शब्द की जगह ‘क्षत्रिय’ लिखवाने पर विचार किया जा सकता है। सुधांशु ठाकुर ने साथ ही यह चुनौती भी दी कि जो लोग फर्जी आईडी से विरोध जता रहे हैं, वे सामने आएं।
विवाद बढ़ने के बाद स्थानीय प्रशासन अलर्ट हो गया है। फिलहाल पुलिस गांव में स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी पक्ष को कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।


