- आक्रोशित लोगों ने की ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर और कैंट विधायक के खिलाफ नारेबाजी।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मंगलवार शाम साढ़े पांच बजे महज 15 मिनट की बारिश ने बिजली व्यवस्था की पोल खोल दी। मोदीपुरम से लालकुर्ती तक करीब एक हजार घरों में बिजली गुल हो गई। स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग में शिकायत की। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। रात 11:30 बजे तक बिजली नहीं आने पर लोग रुड़की रोड स्थित बिजली घर पहुंचे। वहां लाइनमैन और एसएसओ से उनकी तीखी बहस हुई। जूनियर इंजीनियर ने भी फोन नहीं उठाया।
इससे नाराज होकर लोगों ने कावड़ मार्ग पर जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर और कैंट विधायक अमित अग्रवाल के विरोध में नारेबाजी की। लोगों का कहना था कि जब ऊर्जा मंत्री के जिले में ही बिजली व्यवस्था खराब है, तो पूरे प्रदेश की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
सेक्टर 4 से पहुंचे इंस्पेक्टर सुभाष गौतम और प्रदर्शनकारियों के बीच तनातनी हुई। इंस्पेक्टर ने प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बिजली घर की स्थिति बेहद खराब है और बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब मेरठ में कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है। बिजली सप्लाई नहीं होने की वजह से मोदीपुरम से लेकर कैंट चौराहे तक अंधेरा छाया हुआ हैं। ऐसे में शिव भक्तों को भी समस्या हो रही है। घटना के संबंध में बिजली विभाग के अधिकारियों से वातार्लाप करने का प्रयास भी किया गया। लेकिन उनके द्वारा कोई संतोष जनक जवाब नहीं मिला।