spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Friday, December 26, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशMeerutMeerut: निजी अस्पतालों और चिकित्सकों के खिलाफ प्रदर्शन, घेरा सीएमओ ऑफिस

Meerut: निजी अस्पतालों और चिकित्सकों के खिलाफ प्रदर्शन, घेरा सीएमओ ऑफिस

-

  • सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने घेरा सीएमओ आॅफिस।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। जनपद में स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाल स्थिति और प्राइवेट अस्पतालों में लूट करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को दर्जनों सपाइयों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार कटारिया के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन सीएमओ को सौंपते हुए लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने और बिना मानकों के अस्पतालों और फर्जी चिकित्सकों पर कार्रवाई की मांग की।

धरना प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने सीएमओ डॉ अशोक कटारिया को बताया कि, जनपद मेरठ में सरकार द्वारा संचालित सभी चिकित्सा केंद्रों चाहे वो जिला अस्पताल हो या लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज या सभी बस्तियों में संचित स्वास्थ्य केंद्र। इन सभी में सुविधाओं की भारी कमी है। जिस कारण उचित इलाज ना मिलने के कारण मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों की तरफ रुख करना पड़ता है। जहां प्राइवेट अस्पताल उन मरीजों का जमकर शोषण करते है।

जबकि, सीधे तौर पर कहें तो प्राइवेट हॉस्पिटल धन उगाही का अड्डा बन चुके है। जहां मरीजों से मन चाहा पैसा वसूला जाता है। इसलिए निरंकुश व्यवस्था पर संज्ञान लेते हुवे तत्काल कार्यवाही करना बेहद जरूरी है। धरना-प्रदर्शन कर रहे सपाइयों ने सीएमओ डॉ अशोक कटारिया को बताया कि, जिले के सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर की भारी कमी है, जिससे आये दिन मरीज जान के संकट से जूझ रहे है।

सरकारी अस्पतालों में खासकर लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ में प्राइवेट यहां तक की सरकारी एम्बुलेंस भी दूर दराज से आए मरीजों को कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से सरकारी अस्पतालों से निकालकर प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि, जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में मरीजों व उनके परिजनों की सुरक्षा भी एक बडा संकट बनकर समय समय पर सामने आता रहा है।

जितने भी प्राइवेट अस्पताल जिले के अंदर संचालित है क्या वो सभी मानको के आधार पर संचालित किए जा रहे है, क्योंकि मात्र गढ़ रोड और हापुड़ रोड पर ही 100 से अधिक प्राइवेट अस्पताल संचालित किए जा रहे है जिनमें से अधिकतर मानकों के पैमानों पर पूर्णतया फेल है। इसलिए इन पर कार्रवाई की जाए। ताकि मासूम लोगों को इन लोगों से बचाया जा सके।

 

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

4,000,000FansLike
100,000SubscribersSubscribe

Latest posts