शारदा रिपोर्टर मेरठ। लाख कोशिशें के बावजूद भी शहर को जाम से मुक्ति मिलती नहीं दिखाई दे रही है। रोजाना शहर के अधिकांश इलाकों में लगने वाला जाम अब शहरवासियों के लिए नासूर बनता जा रहा है। सुबह के समय से शहर के अधिकांश इलाकों में लगने वाला जाम दोपहर तक लोगों को परेशान करता दिखाई देता है। बावजूद इसके ट्रैफिक विभाग सबको जानते हुए भी आंखें मूंदे बैठा है। जिससे लोगों में ट्रैफिक विभाग के खिलाफ खासा गुस्सा नजर आ रहा है।
शहरभर की मुख्य सड़कें 60 से 80 फीट चौड़ी हैं, लेकिन दिन में ये सड़कें सिमटकर 30 से 40 फीट पर आ जाती है। इसे जादू नहीं तो और क्या कहेंगे। दरअसल, शहर की सड़कों पर जगह-जगह बनी अवैध पार्किंग, जो जिम्मेदारों की पकड़ में ही नहीं आ रही है। इसी वजह से सड़कों पर दिनभर लोग जाम से जूझते रहते है। पार्किंग की सुविधा न होने का असर यह है कि सड़कों पर जगह-जगह अवैध पार्किंग दिखाई देती है। दिनभर सभी प्रमुख सड़कों और बाजारों के अंदर सड़क किनारे बेतरतीब वाहन खड़े रहते हैं।
शहर के पुराने बाजारों के अंदर तो स्थिति और बद्तर है। खैरनगर, वैली बाजार, सदर बाजार, सरार्फा बाजार, नील गली, खंदक, सुभाष बाजार, लालकुर्ती, शारदा रोड, कबाड़ी बाजार की सड़कों पर चलने भर के लिए भी जगह नहीं है। अगर बात करें सड़कों की तो शहर की मुख्य सड़कें 60 से 80 फीट चौड़ी हैैं, लेकिन दिन में ये सड़कें सिमटकर 30 से 40 फीट पर आ जाती है। हर प्रमुख सड़क के दोनों साइड करीब 5-5 फीट जगह फुटपाथ के लिए छोड़ी गई थी। लेकिन आज वह फुटपाथ गायब है। मेडिकल कॉलेज से हापुड़ अड्डे तक सड़क की चौड़ाई करीब 100 फीट है। जिसमें दोनों साइड के फुटपाथ और दुकानों के लिए फ्रंट समेत 10-10 फीट जगह को छोड़ दिया जाए तो करीब 40-40 फीट की जगह वाहन चलने के लिए दोनों ओर बचती है। मगर अतिक्रमण और अवैध पार्किंग के कारण दोनों ओर 20 फीट के करीब जगह दिनभर घिरी रहती है।
वहीं, शहर के सबसे प्रमुख खैरनगर दवा बाजार की मेन रोड की चौड़ाई 20 से 25 फीट है। मगर यहां सड़क के दोनों तरफ दुपहिया वाहन व ठेले खड़े रहते हैं। इस कारण से मात्र 10 फीट की रोड वाहन चालकों को वाहन चलाने के लिए मिल पाती है। जबकि, शहर के सबसे प्रमुख बाजार में शुमार पीएल शर्मा रोड की 20 से 30 फीट की चौड़ाई है। मगर दुपहिया व चौपहिया वाहनों की अवैध पार्किंग के कारण यह रोड मात्र दिन में सिमटकर 10 से 15 फीट पर आ जाती है।
इसके अलावा अगर वीआईपी इलाके कमिश्नरी चौराहे की करें तो कचहरी में आने वाले लोगों के चलते तो यहां हमेशा ही भीड़भाड़ रहती ही है। साथ ही सड़क के एक किनारे लगी पार्किंग और सड़क के दूसरी तरफ बेतरतीब तरीके से खड़े वाहनों के चलते रास्ता संकरा हो जाता है और यहां से निकलने में लोगों को खासी मशक्कत करनी पड़ती है।
जबकि, वेस्ट एंड रोड पर स्कूलों की छुट्टी होने पर यहां भी जाम का झाम लोगों को झेलना पड़ता है। लेकिन ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों को शहर में कहीं भी जाम नहीं दिखाई देता। जो बड़े ताज्जुब की बात है।