- दो दिन पहले साकेत चौराहे पर पलटा था, चार क्रेनों की मदद से हटाया गया।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सिविल लाइन इलाके में दो दिन पहले गिरे 30 टन वजनी राजस्थान नंबर के कंटेनर ने पुलिस के पसीने छुड़ा दिए। कंटेनर में रद्दी थी जो आस्ट्रेलिया से लाई गई थी। दो दिन में किए गए तमाम प्रयास फेल हो गए, जिसके बाद शुक्रवार शाम चार क्रेन मंगाकर दो घंटे की मशक्कत के बाद कंटेनर को हटाया जा सका।
सिविल लाइन इलाके के साकेत चौराहे पर बुधवार आधी रात को एक कंटेनर अनियंत्रित होकर सड़क पर जा गिरा। गिरने से पहले वह एक रोडवेज बस के पिछले हिस्से से टकराया, जिसमें तीन सवारी मामूली रूप से चोटिल हो गईं। गनीमत रही कि आस पास कोई छोटा वाहन नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
गुरुवार को पूरा दिन कंटेनर उसी जगह पड़ा रहा। जिस जगह यह गिरा था, वह रास्ता मवाना रोड की तरफ जाता है और शाम के समय यहां वाहनों का दबाव रहता है। कंटेनर के गिरने के बाद देर रात तक जाम लगने लगा। पुलिस कंटेनर मालिक का इंतजार करती रही। शुक्रवार को एक बड़े अफसर के पास फोन पहुंचा, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
ट्रैफिक प्रभारी विनय कुमार शाही शुक्रवार सुबह साकेत चौराहे पर पहुंच गए। उन्होंने कंटेनर को हटवाने के लिए एक हाईड्रा और एक क्रेन की व्यवस्था की। करीब तीन घंटे क्रेन व हाईड्रा कंटेनर को हटाने का प्रयास करते रहे लेकिन वह हिला तक नहीं। तीन घंटे बाद टीम लौट गई।
कंटेनर को हटाना मुश्किल हो रहा था। शाम को सिविल लाइन इंस्पेक्टर सौरभ शुक्ला ने चार क्रेन की व्यवस्था की। ट्रैफिक प्रभारी विनय कुमार शाही और लालसा पांडेय भी पहुंच गए। करीब दो घंटे में चार क्रेनों की मदद से कंटेनर को हटाकर दूसरे ट्रॉले पर लादा गया, तब जाकर रास्ता खाली हुआ।
यह कंटेनर 30 टन रद्दी से भरा था। आस्ट्रेलिया से यह रद्दी भारत लायी गई थी। ट्रॉले पर लादकर इस कंटेनर को मेरठ मवाना रोड स्थित एक पेपर मील में लाना था, उससे पहले ही यह हादसा हो गया। करीब 48 घंटे साकेत चौराहे की ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित रही। ट्रॉला हटने के बाद सभी ने राहत की सांस ली।



