मेरठ। बसपा सुप्रीमो मायावती 23 अप्रैल को मेरठ में चुनावी बिगुल फूंकेंगी। क्रांतिधरा पर जनसभा करके पश्चिम ही नहीं, बल्कि पूर्वी उत्तर को भी संदेश दिया जाएगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में मायावती ने पश्चिम उप्र के देवबंद में पहली चुनावी रैली की थी, लेकिन इस बार हरिद्वार से मायावती 13 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का संदेश देंगी।
बसपा सुप्रीमों अपनी पार्टी के भीतर अकेली स्टार प्रचारक हैं। ऐसे में पूरा भार उन्हीं के ऊपर है। 2012 के बाद से बसपा के वोट बैंक में लगातार गिरावट आई है। जिसे रोकने के साथ ही वापस हासिल करने के लिए यह चुनाव बसपा के लिए सबसे ज्यादा अहम है। क्योंकि यदि इस बार और ज्यादा वोट बैंक में गिरावट आई तो बसपा के लिए आगे की राह बड़ी मुश्किल होगी।
हालांकि इस बार एक बार फिर से लोकसभा चुनाव में बसपा ने सोशल इंजीनियरिंग अपनाते हुए सभी वर्ग के लोगों को प्रत्याशी बनाकर साधने का काम किया है। इस बार मेरठ से बसपा ने देवव्रत त्यागी को प्रत्याशी बनाकर सामान्य वर्ग को साधने का कदम उठाया है। बसपा के पश्चिम उप्र और उत्तराखंड प्रभारी शमसुद्दीन राईन का कहना है कि बसपा लोकसभा चुनाव में पुराना इतिहास दौहराएगी।