शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मवाना। मवाना तहसील में भूईयार जाति के प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाने से परेशान कोरी एवं भूईयार जाति से जुड़े परिवार के सदस्यों को नौकरी नहीं मिल रही है। आरोप है कि तहसील प्रशासन एवं लेखपाल कोरी एवं भूईयार जाति को हिंदू जुलाहे का वेरिफिकेशन कर आवेदन पत्र निरस्त कर रहे हैं जबकि शासनादेश पर यूपी के जनपद सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मथुरा इत्यादि जिलों में जाति के सभी लोगों को कोरी व भूईयार में ही दर्ज कर जाति प्रमाणपत्र जारी किये जा रहे हैं।
बुधवार को तहसील क्षेत्र में रहने वाले कोरी भूईयार जाति के लोगों ने तहसीलदार मवाना आकांक्षा जोशी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जाति प्रमाणपत्र बनवाए जाने की मांग को लेकर तहसीलदार आकांक्षा जोशी का घेराव किया।
तहसीलदार आकांक्षा जोशी ने ग्रामीणो की बात सुनकर समस्याओं को दूर कराए जाने का आश्वासन दिया है। मवाना तहसील क्षेत्र अंतर्गत गांव मवाना खुर्द, अगवानपुर, शाहपुर, समसपुर, बटावली इत्यादि गांवों में रहने वाले कोरी भूईयार जाति के लोगों ने तहसीलदार आकांक्षा जोशी को बताया कि उनके जाति प्रमाणपत्र में हिंदू जुलाहा जाति की रिपोर्ट लगाकर लेखपालों द्वारा उनके आवेदनों को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है जबकि शासनादेश जारी होने पर यूपी के अन्य जनपदों जैसे सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मथुरा इत्यादि में जाति के सभी लोगों को कोरी व भुईयार में ही दर्ज किया जाता है लेकिन मवाना तहसील क्षेत्र में उक्त समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
वर्ष 1966 से समाज के लोग बड़ी संख्या में तहसील के विभिन्न गांव कस्बों में उक्त जाति के लोग निवास करते हैं। हाईकोर्ट प्रयागराज, सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी कई बार समाज के जाति प्रमाणपत्र बनवाए जाने के लिये शासनादेश जारी किए जा चुके हैं लेकिन उन सभी आदेशों का परिपालन नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते समाज के लोगों को सरकारी नौकरियों के साथ साथ शिक्षा पाने में भी समस्याएं हो रही हैं। जिसपर तहसीलदार मवाना आकांक्षा जोशी ने जांच कराकर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।