- पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के दुल्हैड़ा गांव की सरकारी नलकूप पर पड़ा मिला था शव।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। कंकरखेड़ा के डिफेंस एनक्लेव बी ब्लॉक निवासी विवेक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने शव को दुल्हैड़ा सरकारी नलकूप से थोड़ी दूरी पर आनंदपाल के खेत के पास फेंक दिया। बुधवार को किसान ने शव पड़ा देखा तो पुलिस को जानकारी दी। शिनाख्त न होने पर मृतक का फोटो व्हाट्स एप ग्रुप में डाला गया तो दोपहर बाद शिनाख्त हो सकी थी। विवेक मॉडलिंग करता था।
कंकरखेड़ा के डिफेंस एंक्लेव बी ब्लॉक में विवेक पुत्र स्वर्गीय योगेंद्र सिंह अपनी मां, दो बहन और जीजा तनुज के साथ किराए के मकान में रह रहा था। विवेक मॉडलिंग करता था और गुड़गांव में रहकर मॉडलिंग कर रहा था। ढाई महीने बाद वह गुड़गांव से कंकरखेड़ा लौटा था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि मंगलवार देर शाम छह बजे विवेक अपने घर से दोस्तों के पास जाने के लिए कहकर निकला था, लेकिन देर रात तक भी घर नहीं लौटा।
बुधवार को पल्लवपुरम थाना क्षेत्र के दुल्हैड़ा गांव की सरकारी नलकूप पर पड़ा मिला था शव।
बुधवार सुबह पल्लवपुरम पुलिस को दुल्हैड़ा स्थित सरकारी नलकूप के पास किसान आनंदपाल के खेत में एक युवक का गोली लगा शव पड़ा होने की सूचना मिली। विवेक की दो गोली मारकर हत्या की गई। एक गोली छाती और एक गोली पेट में लगी हुई है। पुलिस ने शव को मोर्चरी के लिए भेजकर फोटो व्हाट्स एप ग्रुप में डाला और शिनाख्त को लेकर अपील की। दोपहर के समय ग्रुप में वायरल हुए फोटो को देखकर शव की शिनाख्त विवेक के रूप में की गई। परिजनों ने अज्ञात में तहरीर दी।
मरने से पहले किया होगा संघर्ष
विवेक के चेहरे और गले पर चोट के निशान मिले। हाथों में मिट्टी मिली। इससे प्रतीत हो रहा है कि विवेक ने मरने से पहले काफी संघर्ष किया होगा। मारपीट के बाद विवेक को गोली मारी गई होगी, जिससे उसकी मौत हो गई।
कैमरे खंगालने में जुटी पुलिस
शव की शिनाख्त विवेक के रूप में होने के बाद पुलिस कंकरखेड़ा डिफेंस एनक्लेव कॉलोनी से लेकर दुल्हैड़ा गांव के पास तक के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुट गई है। विवेक घटना स्थल तक कैसे और किसके साथ आया, इसको लेकर जानकारी करने में जुट गई है। विवेक के पिता स्वर्गीय योगेंद्र सिंह मूल रूप से जानी के कुसेड़ी गांव के रहने वाले थे और काफी समय से कंकरखेड़ा में किराए के मकान में रह रहे थे। वहीं, जीजा तनुज पीएसी में तैनात है।
परिजनों ने अज्ञात में तहरीर दी है। पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है। जल्द हत्या का खुलासा किया जाएगा।– मुन्नेश सिंह, प्रभारी थाना पल्लवपुरम
जीजा को बताया था जान का खतरा
मंगलवार की शाम को छह बजे डिफेंस एंक्लेव पर विवेक शाहू ने अपने जीजा तनुज कुमार से कहा कि दिल्ली से उसके दोस्त आ रहे है, पांच हजार रुपये दे दो, पार्टी करनी है। जिस पर उसके जीजा ने मना कर दिया। थोड़ी देर बाद वह पैदल ही घर से निकल गया। रात भर नहीं पहुंचा सुबह के समय उसके शव के पड़े होने की सूचना मिली। पिछले तीन साल से विवेक शाहू गुरुग्राम में मॉडलिंग करता था। विवेक घर का इकलौता चिराग था। उसके जीजा तनुज कुमार मूल रुप से मुजफ्फरनगर के भोकरहेडी का रहने वाला है और प्रीति से उसकी शादी हुई थी। तनुज कुमार ने बताया कि करीब ढ़ाई महीने से विवेक घर पर ही रह रहा था। 4 अगस्त को उसकी गर्ल फ्रेंडस क ा जन्म दिन था। गुरुग्राम में पार्टी के दौरान वहां पर मारपीट हो गई। मारपीट के बाद वह घर आ गया और उसने पूरी जानकारी दी। उसी गर्लफ्रेंड ने उस पर रेप का आरोप भी लगाया था, उसमें 15 लाख रुपये दिए थे। इसके बाद फिर से बातचीत होने लगी। विवेक ने 4 अगस्त की मारपीट के बाद अपने जीजा से कहा था कि उसकी जान को खतरा है वह काफी घबराया हुआ था। तभी से वह घर पर ही था, कहीं नहीं जाता था। विवेक ने इंटर तक पढ़ाई डीएमए स्कूल से और ग्रेजवेशन मेरठ से किया था।
रात में दो बार गई फोन पर घंटी, फिर स्विच आॅफ हो गया
तनुज कुमार ने बताया कि शाम को जाने के बाद जब विवेक रात 11 बजे तक घर नहीं पहुंचा तो उसने उसके मोबाइल फोन पर कॉल की कॉल दो बार गई और तीसरी बार फोन स्विच आॅफ हो गया। फिर फोन बंद रहा, आसपास में भी उसकी तलाश की और रिश्तेदारों और दोस्तों से भी जानकारी ली लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा और दोपहर में उसकी मौत की खबर मिली।
मॉ और बहनों का रो-रो कर बुराहाल
घर के इकलौते बेटे विवेक की हत्या की खबर मिलते ही मॉ मिथलेश और दोनों बहन प्रिया व प्रीति का रो रो कर बुराहाल था। बहनों के मुंह से निकल रहा था दो दिन पहले ही उन्होने उसके हाथ पर राखी बांधी थी, भैया हमे नहंी पता था कि तुम चले जाओगे और यह आखिरी बार ही राखी बांध रहे है। मॉ मिथलेश की भी हालत खराब हो रही थी। बेटे की मौत के बाद वह बेसुध हो रही थी। घर पर हर कोई ढांढस बांध रहा था लेकिन आंखों के आंसू नहीं थम रहे थे।