– शहर में शव फेंककर गुमशुदगी दर्ज कराई, शराब पीने पर की हत्या।
कानपुर। देहात में ग्राम प्रधान की उसकी पत्नी और दो नाबालिग बेटों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को घर से 700 मीटर दूरी पर बाइक से ले जाकर झाड़ियों शव को फेंक दिया।
आरोपियों ने पहले तो गुमशुदगी का मामला लिखाकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। पर जब प्रधान का शव बरामद हुआ तो उसके सिर पर भारी चीजे से वार का निशान मिला। इसके बाद पुलिस ने परिजनों से कड़ाई से पूछताछ की तो बेटे ने पूरा जुर्म कबूल कर लिया।
बेटे ने बताया कि पिता जी हर दिन शराब पीकर घर आते थे। इसके बाद हम भाइयों से गाली-गलौज करते थे। मां को मारते-पीटते से थे। सोमवार रात भी वे शराब पीकर आए और मां को मारने लगे। गुस्से में आकर हमने उन्हें मारा-पीटा। गिरने से सिर पर चोट आई गई। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी और शव को ले जाकर रोड किनारे फेंक दिया।
थाना शिवली क्षेत्र के ग्राम बैरी दरियाव में जय नारायण उर्फ प्रेम नारायण (50) ग्राम प्रधान हैं। वे अपनी पत्नी शिव देवी और दो नाबालिग बेटों, क्रमश: 17 वर्ष और 15 वर्ष के साथ रहते हैं। रविवार रात 11 बजे वे लापता हो गए थे। सोमवार को शाम 5 बजे घर से करीब 700 मीटर की दूरी पर शिवली-कल्याणपुर मार्ग स्थित सम्भरपुर गांव के पास झाड़ियों में जय नारायण का शव बरामद हुआ।
मौके पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची। जय नारायण के सिर पर भारी चीज से वार का निशान था। शक के बिना पर पुलिस ने परिजनों को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछा तो नाबालिग बड़े बेटे (17) ने हत्या की बात कबूल कर ली।
बेटे ने बताया कि पिता जय नारायण शराब के लती थे। हर दिन शराब पीकर घर आते। गाली-गलौज करते और पत्नी से मारपीट करते थे। रविवार की शाम 6:00 बजे भी शराब पीकर घर आये थे। आते ही बिना किसी बात के पत्नी शिव देवी को पीटना शुरू कर दिया।
बीच बचाव करने के लिए दोनों नाबालिग बेटे पहुंचे तो उनसे भी धक्का-मुक्की की और गाली-गलौज की। इसी बात से गुस्से में आकर पत्नी और दोनों बेटों ने जय नारायण पर हमला बोल दिया। मारपीट के दौरान ही जय नारायण फर्श पर गिर पड़े और उनके सिर में चोट आ गई। इसके बाद तीनों ने गला दबाकर पिता जय नारायण की हत्या कर दी।
चार घंटे तक शव के पास बैठे रहे, अंधेरा होने पर ठिकाने लगाया
सात बजे हत्या करने के बाद पत्नी और दोनों बेटे जय नारायण के शव के पास में ही बैठे रहे। अंधेरा होने का इंतजार करते रहे। रात 11:00 बजे गांव में सन्नाटा होने के बाद दोनों बेटों ने जय नारायण के शव को बाइक पर रखा और घर से 700 मीटर दूर ले जाकर झाड़ियों में शव को फेंक दिया।
एक दिन बाद शुरू की गुमशुदगी की कहानी
सोमवार दोपहर 12 बजे बड़े बेटे यूपी-112 पर कॉल करके पिता के गुमशुदगी की शिकायत की। पुलिस ने शाम 5 बजे शिवली-कल्याणपुर मार्ग स्थित सम्भरपुर गांव के पास शव को बरामद किया। सिर पर भारी चीज से वार के निशान थे। जब पुलिस ने दोनों बेटों से कड़ाई से पूछताछ की तो बड़े बेटे ने पुलिस के सामने हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया।
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडे ने बताया- पूछताछ में साफ हुआ कि ग्राम प्रधान की मौत घरेलू विवाद के चलते हुई है। उनकी पत्नी और बेटे अक्सर नशे की आदत को लेकर नाराज रहते थे। रविवार को झगड़े में उन्होंने मिलकर हत्या कर दी और शव को छिपाने की साजिश रची। भतीजे जितेंद्र कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तीनों को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।