Home Education News जमाल जेहरा ने जीती भाषण प्रतियोगिता

जमाल जेहरा ने जीती भाषण प्रतियोगिता

0
  • सीसीएसयू के मूट कोर्ट में पर्यावरण पर हुआ टेलेंट हंट।

शारदा न्यूज़, संवाददाता |

मेरठ। विधि अध्ययन संस्थान, चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के कोर्ट हॉल में भाषण टैलेंट हंट मेगाईवेंट ”पर्यावरण संरक्षणः समस्याए एवं उपाए” विषय पर फाइनल राउण्ड का आयोजन साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद्, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का स्क्रीनिंग राउण्ड 27 सितंबर को आयोजित किया गया था जिसमें 117 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया। स्क्रीनिंग राउण्ड के पश्चात टॉप 15 छात्र-छात्राओं को फाइनल राउण्ड के लिये चुना गया।

 

 

कार्यक्रम का उदघाटन प्रो. भूपेन्द्र सिंह, छात्र कल्याण अधिष्ठाता, चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, प्रो. जय माला, संकायाध्यक्ष, विज्ञान, प्रो. योगेन्द्र गौतम, भौतिक विभाग, डा. नाजिया तरन्नुम, रसायन विभाग, डा. दिव्या, सर छोटूराम इंजिनियरिंग इंस्टियूट, डा. विवेक कुमार, कार्यक्रम समन्वयक, डा. भावना सिंह, कार्यक्रम सह समन्वयक ने सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया।

प्रो.भूपेन्द्र सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्यबोधन में छात्र-छात्राओं को भाषण के नियमों एवं उनकी महत्वताओं से परिचित कराया तथा भाषण में सार्वजनिक सम्पर्क को मूलभूत बताया। इसके अतिरिक्त उन्होने राष्ट्रीय व अन्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण से सम्बन्धित चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुये वर्तमान समय में पर्यावरण संरक्षण प्रांसगिकता पर प्रकाश डाला।

तत्पश्चात प्रो. जय माला ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु केवल भाषण तक ही सीमित न रहकर स्वय संकल्प लेेकर पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रेरित किया।

डा.भावना सिंह, कार्यक्रम सह समन्वयक ने स्वागतीय भाषण के पश्चात कार्यक्रम में प्रतिभाग ले रहे प्रतिभागियों को प्रतियोगिता के नियमों से अवगत कराया। सभी प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण पर अपने-अपने विचार रखे जिसमें सत्त विकास, अंध उपभोक्तावाद, नमामी गंगे प्रोग्राम, चिपको आन्दोलन, प्लास्टिक वेस्ट तथा जी-20 में हुये हरित विकास समझोता विषयों पर पर्यावरण किस तरह से संरक्षित किया जा सकता है, इस पर अपने-अपने विचार रखें। इसके अतिरक्त महात्मा गाँधी के विचारों एवं गीता के श्लोको का उल्लेख करते हुये पर्यावरण संरक्षण के महत्व को बताया। इसके अतिरिक्त प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न विधियों का उल्लेख किया।

डा. विवेक कुमार, कार्यक्रम समन्वयक ने सर्वप्रथम सभी प्रतिभागियों के प्रयासों को सराहनीय बताया तथा पर्यावरण के संरक्षण हेतु सत्त विकास को मूलभूत बताया।

प्रो. योगेन्द्र गौतम ने प्रतिभागियों को पर्यावरण संरक्षण के लिये विश्वविद्यालय स्तर पर पुरस्कृत करने का सुझाव दिया तथा ऐसे प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं धनराशि के माध्यम से मान्यता देने का सुझाव दिया।

तत्पश्चात डा. नाजिया तरन्नुम ने परिणाम घोषित किया जिसमें प्रथम स्थान सैयदा जमाल जैहरा जैदी, द्वितीय स्थान दीप्ति विधूरी एवं तृतीय स्थान लवी त्यागी का रहा।

कार्यक्रम के उदघाटन समारोह का संचालन डा. अपेक्षा चौधरी, सहायक आचार्य ने किया। कार्यक्रम में 15 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। निर्णायक मण्डल में प्रो. योगेन्द्र गौतम, डा. नाजिया तरन्नुम व डा.दिव्या रहें। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम समन्वयक डा. विवेक कुमार ने किया।

कार्यक्रम में श्रीमती सुदेशना, डा. विकास कुमार, डा. सुशील कुमार शर्मा, डा. मीनाक्षी, शैख अरशद, गरविता यादव, प्रज्ञा जिन्दल, अुतल कुमार, शिवानी मित्तल, सोहन वीर व विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रायें उपस्थिति रहें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here