एजेंसी, नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन जाने वाला प्लेन 12 जून को क्रैश हो गया था। इस खतरनाक हादसे में विमान में सवार सिर्फ एक ही शख्स बच पाया, बाकी सभी 241 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद एएआईबी की 15 पन्नों की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट को लेकर अब अमेरिका राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड का बयान सामने आया है।
अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के प्रमुख ने कहा कि एयर इंडिया के विमान के क्रैश होने की वजह के बारे में निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाजी होगी। दरअसल, अहमदाबाद से लंदन जाने वाला प्लेन 12 जून को क्रैश हो गया था। इस खतरनाक हादसे में विमान में सवार सिर्फ एक ही शख्स बच पाया, बाकी सभी 241 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद एएआईबी की 15 पन्नों की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट को लेकर अब अमेरिका राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड का बयान सामने आया है।
अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के प्रमुख ने कहा कि एयर इंडिया के विमान के क्रैश होने की वजह के बारे में निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाजी होगी. दरअसल, एएआईबी की रिपोर्ट में फ्यूल के कटआॅफ होने की बात सामने आई है। हालांकि, इसको कुछ ही देर में फिर से रन कर दिया गया था। इसी को लेकर अब अमेरिका की एजेंसी ने कहा है कि क्रैश के कारण पर पहुंचना अभी जल्दबाजी होगी। एनटीएसबी की अध्यक्ष जेनिफर होमेंडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, इस तरह की जांच में समय लगता है।
उन्होंने हाल की मीडिया रिपोर्टों को समय से पहले और अटकलें लगाने वाली बताया। भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के नेतृत्व में जांचकर्ता, एनटीएसबी की सहायता से, 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों का पता लगाने के लिए सबूतों को इकट्ठा कर रहे हैं, जिसमें 260 लोग मारे गए थे। एएआईबी और एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैंपबेल विल्सन ने भी जनता से आग्रह किया है कि जांच जारी रहने तक कोई निष्कर्ष न निकालें। अधिकारियों को दुर्घटना के संभावित कारण और भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचने के लिए सिफारिशें बताते हुए अंतिम रिपोर्ट जारी करने में एक वर्ष या कभी-कभी इससे भी अधिक समय लग सकता है।
एएआईबी ने क्रैश के बाद 15 पन्नों की एक शुरूआती रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में पाया गया है कि बोइंग कंपनी 787 ड्रीमलाइनर के दो फ्यूल नियंत्रण स्विच विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद कटआॅफ हो गए थे, जिससे इंजनों का फ्यूल खत्म हो गया। हालांकि, लगभग 10 सेकंड के बाद ही स्विच को कटआॅफ से रन किया गया। लेकिन दुर्घटना को टाला नहीं जा सका।