शारदा रिपोर्टर
मेरठ। लाला लाजपत राय मे मेडिकल कॉलेज में अब बाहर से मिलने वाली विद्युत का प्रयोग नहीं होगा। अब यहां मेडिकल कॉलेज की छतों पर लगे सोलर सिस्टम से पैदा होने वाली बिजली का उपयोग होगा।
कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. वीडी पांडे ने बताया शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में ऊर्जा मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर द्वारा 1.5 मेगा वाट क्षमता के सौर ऊर्जा रूफटॉप पावर प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सोमेंद्र तोमर राज्यमंत्री ऊर्जा उत्तर प्रदेश सरकार रहे। इस दौरान सभी अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य डॉ. आर सी गुप्ता ने किया।
प्रधानाचार्य डॉ. आर सी गुप्ता ने बताया की देश में नेचुरल रिसोर्सेज सीमित हैं, दिनों-दिन उनका दोहन और क्षरण हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमें वैकल्पिक उर्जा का विकल्प चुनते हुए सौर ऊर्जा का उत्पादन एवं प्रयोग करना चाहिए। मेडिकल कॉलेज के 17 भवनों के छतों को सोलर पैनल से आच्छादित किया गाय है। जिनसे 1.5 मेगा वाट विद्युत उत्पन्न की जा रही है जिसका उपयोग मेडिकल कॉलेज परिसर, चिकित्सालय, मरीज हित एवं छात्रों के हित में किया जा सकेगा।
डॉ. सोमेंद्र तोमर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में देश और प्रदेश आगे बढ़ रहा है। सौर ऊर्जा एक बेहतर विकल्प है, उत्तर प्रदेश सरकार ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ, बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रथम रूफ टॉप पावर प्रोजेक्ट लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज मेरठ को सोलर पावर प्रोजक्ट दिया है। आगामी कुछ वर्षों में पूरे प्रदेश के सभी बड़े संस्थानों में सोलर पावर प्रोजेक्ट द्वारा विद्युत मुहैया कराई जाएगी। मेडिकल में सोलर पावर प्रोजेक्ट का लोकार्पण शुक्रवार को हो गाया, इस प्रोजेक्ट के शुरू हो जाने के बाद 90 लाख से 1 करोड़ रुपए प्रति वर्ष के बिजली बिल की बचत होगी जिसे मरीज हित में खर्च किया जाएगा।
इस दौरान निदेशक यूपी नेडा अनुपम शुक्ला ने कहा कि सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक वैकल्पिक ऊर्जा सोलर पावर प्लांट मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण मंत्री सोमेंद्र तोमर के मार्गदर्शन में हो गया है जिससे मेडिकल कॉलेज लाभान्वित होगा। रोहित चंद्र एमडी एवं सीईओ ओएमसी पावर ने कहा कि जिापान की कंपनी से सोलर पावर प्रोडक्शन प्लांट के निर्माण के लिए टाइअप किया गया था। प्रोजेक्ट में उच्च गुणवत्ता के उपकरण प्रयोग किए गए हैं जिससे निर्बाध्य रूप से मेडिकल को विद्युत आपूर्ति मिलती रहेगी।