– अखिलेश यादव के कहने पर विधायक अतुल प्रधान ने तोड़ा अनशन।
– प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल पहुंचे अनशन समाप्त कराने।
शारदा न्यूज, रिपोर्टर |
मेरठ। निजी अस्पतालों में व्याप्त अनियमितताओं के खिलाफ सपा विधायक अतुल प्रधान का आमरण अनशन आठवें दिन सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कहने पर समाप्त हो गया। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल स्वयं कलक्ट्रेट पहुंचे और वहां से महापंचायत स्थल पर पहुंचकर अतुल प्रधान का आमरण अनशन समाप्त कराया। इस दौरान अतुल प्रधान और नरेश उत्तर पटेल दोनों ने कहा कि सिर्फ आमरण अनशन समाप्त हुआ है, लेकिन इस जनहित के मुद्दे पर आंदोलन जनता को न्याय मिलने तक जारी रहेगा।
अतुल प्रधान के आमरण अनशन को आज आठवां दिन था। रविवार को अतुल प्रधान के समर्थकों ने महापंचायत का ऐलान किया था। लेकिन सुबह ही सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल कलक्ट्रेट में अनशन स्थल पर पहुंचे और अतुल प्रधान के स्वास्थ्य की जानकारी ली। नरेश उत्तम पटेल ने अतुल प्रधान की सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बात कराई। नरेश उत्तम पटेल के अनुसार अखिलेश यादव इस आंदोलन में पूरी तरह अतुल प्रधान के साथ हैं। लेकिन गूंगी बहरी सरकार के राज में न्याय की उम्मीद नहीं है, ऐसे में हम अपना जाबांज सिपाही भेंट नहीं चढ़ा सकते हैं। लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि यह आंदोलन आज समाप्त हो गया, बल्कि अब नई धार के साथ अतुल प्रधान के ही नेतृत्व में यह आंदोलन चलेगा।
महापंचायत में बोलते हुए अतुल प्रधान ने कहा कि कुछ लोगों ने उनके आंदोलन को दूसरा रूप देने का बहुत प्रयास किया, लेकिन जनता का साथ लगातार मिलने से वह मजबूत होते गए। उन्होंने कहा कि उनका जीवन पूरी तरह जनसेवा को समर्पित है और भविष्य में भी रहेगा।
अतुल प्रधान ने कहा कि चिकित्सकों ने उन पर भ्रष्टाचार और गलत तरीके से संपत्ति बनाने का आरोप लगाया, जिस पर उन्होंने अपनी चल-अचल संपत्ति घोषित कर दी। लेकिन चिकित्सक आज तक अपनी संपत्ति घोषित नहीं कर पाए।
महापंचायत में एडीएम सिटी ब्रजेश सिंह और एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह महापंचायत के मंच पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि इस पूरे मामले को लेकर कमेटी गठित कर जांच कराई जाएगी और निजी अस्पतालों में व्याप्त अनियमितता दूर कराने के साथ ही अन्य जो मांगे हैं, वह शीघ्र पूरी कराई जाएंगी।
अस्पतालों के कातिल मरीजों का कत्ल करते हैं: चढूनी
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज युवा, मजदूर अपने बेरोजगारी और भूख को लेकर आत्महत्या करने को मजबूर है। लेकिन यदि कहीं कसर रह जाती है तो अस्पतालों के ये कातिल मरीजों का कत्ल करते हैं। इस व्यवस्था से यदि हमें बाहर आना है, तो देश में एक बड़ी क्रांति की जरूरत है। ये क्रांति सिर्फ मेरठ तक नहीं रहनी चाहिए। चढूनी ने कहा कि वह और उनका संगठन इस आंदोलन में पूरी तरह साथ हैं।
सीमा प्रधान हुई भावुक
महापंचायत में बोलते हुए अतुल प्रधान की पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान भावुक हो गई। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने पिता के बिना घर पर ठीक से खाना भी नहीं खा रहे हैं। लेकिन उनके पति जनता के लिए आठ दिन से यहां भूखे बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मरीज के मरने के बाद भी चिकित्सक कोई रहम नहीं करते। उन्होंने चिकित्सकों आह्वान किया कि वह मानवता दिखाएं और कम से कम मरने वाले को तो छोड़ दें।
इन्होंने भी किया संबोधित
जनसभा को आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, सपा महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, जिलाध्यक्ष विपिन कुमार सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस दौरान लगातार अतुल प्रधान के समर्थन और चिकित्सकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।
अतुल एंबुलेंस से पहुंचे महापंचायत में
सपा विधायक अतुल प्रधान चार दिसंबर से आमरण अनशन पर बैठे हैं। इस समय उनकी हालत बिगड़ती जा रही है। आठवें दिन महापंचायत के लिए वह चौधरी चरण सिंह पार्क में अनशन स्थल से एंबुलेंस में बैठकर पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में समर्थक नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट से एंबुलेंस के साथ नारेबाजी करते हुए महापंचायत तक पहुंचे।
जगह-जगह रोके गए अतुल समर्थक
रविवार को महापंचायत का ऐलान कर दिया गया था। रात से ही पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट था। सुबह जब अतुल प्रधान समर्थक महापंचायत में आने के लिए ट्रेक्टर-ट्रालियों के साथ ही अपने वाहनों से निकले, तो रास्तें में कई जगह पुलिस ने रास्ता अवरुद्ध कर उन्हें रोक दिया। जिसकी खबर मिलने पर अतुल प्रधान ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि पुलिस प्रशासन ऐसा व्यवहार करेगा तो इसकी प्रतिक्रिया की जिम्मेदारी खुद पुलिस प्रशासन की होगी।
अतुल प्रधान की नाराजगी देख वहां मौजूद एडीएम सिटी और सीओ सिविल लाइन ने लावड़, फलावदा, गंगानगर, इंचौली, भावनपुर आदि थानों की पुलिस से किसी को भी महापंचायत में आने से रोकने से मना कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि जो भी आ रहा है, आने दें किसी को ना रोका जाए।
नहीं पहुंचे सपा के अन्य विधायक
एक बार फिर सपा की अंदरूनी खींचतान साफ नजर आई। क्योंकि महापंचायत में प्रदेश अध्यक्ष तो पहुंचे, लेकिन विधायक शाहिद मंजूर, रफीक अहमद और गुलाम मौहम्मद दूरी बनाए रहे। यही नहीं योगेश वर्मा भी महापंचायत में नजर नहीं आए।
विपिन मनोठिया को मंच से उतारा
सपा नेता विपिन मनोठिया मंच पर पहुंचे। जिन्हें देखते हुए अतुल प्रधान ने उन्हें मंच से नीचे जाने के लिए कह दिया। विपिन मनोठिया चुपचाप मंच से नीचे उतरकर पंचायत स्थल से बाहर चले गए।