- युवती के गले पर दिखे निशान, कब्र खोद निकाला शव।
बागपत। बड़ौत क्षेत्र में आॅनर किलिंग का मामला सामने आया है। प्रेमी के संग भागी 22 वर्षीय युवती प्रेमी संग हिमाचल प्रदेश भाग गई थी। परिजनों दोनों को हिमाचल प्रदेश से कार में मारते-पीटते हुए गांव लाए। गांव में भी नलकूप में बांधकर दोनों को पीटा। लड़के को उसके परिवार को सुपुर्द कर दिया। इसके बाद लड़की के परिजनों ने अपनी ही बेटी की गला घोंटकर और पीट-पीटकर हत्या कर दी। बाद में बीमारी से मौत बताते हुए बिना पोस्टमार्टम शव को दफना दिया।
मामले का खुलासा तब हुआ, जब दफनाते समय ग्रामीणों ने शव के गले पर निशान देखे। ग्रामीणों की सूचना पर मृतका के प्रेमी ने हत्या का संदेह जताते हुए परिजनों के खिलाफ लिखित शिकायत की। पुलिस ने युवती के पिता और चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दोनों ने हत्या की बात कबूल कर ली है।
शनिवार को पुलिस युवती की कब्र को खुदवा का शव बाहर निकलवा रही है। इसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। पुलिस ने बताया- लड़की गांव के रसूखदार जाट समाज की है, उसके दादा गांव में बड़ी राजनैतिक से जुड़े हैं। वहीं प्रेमी अनुसूचित जाति का है। इसलिए लड़की के परिवार के लोग इस रिश्ते के खिलाफ थे। जिसके कारण लड़की की हत्या कर दी।
बड़ौत थाना क्षेत्र की पलड़ा गांव निवासी जाट परिवार की लड़की सोनिया (22) का गांव के ही अनुसूचित जाति के युवक सागर कश्यप (19) से डेढ़ वर्ष से अफेयर था। लड़की के परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे। इसलिए 15 जुलाई को दोनों बिना परिवार को बताकर हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले भाग गए। जहां दोनों एक ईंट भट्ठे में मजदूरी करने लगे।
सूचना मिलने पर 16 जुलाई को लड़की के परिजना हिमाचल प्रदेश पहुंचे। दोनों को कार में भरकर मारते-पीटते हुए गांव लेकर लौट आए। इसके बाद गांव में भी नलकूप में दोनों को बांधकर पीटा। इसके बाद सागर को उसके परिजनों को सौंप दिया और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
लड़की की जिद पर उसकी हत्या की
सोनिया लगातार जिद करती रही कि वह सागर के साथ ही रहना चाहती है, उससे शादी करना चाहती है। इसी बात को लेकर 23 जुलाई को परिजनों ने फिर से सोनिया की पिटाई की और गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
टीबी से मौत बताकर दफनाया शव
मौत के बाद सोनिया के परिजनों ने गांव वालों को बताया कि टीबी से उसकी मौत हो गई है। इसके बाद शव को दफनाने लगे। इसी दौरान गांव के लोगों ने सोनिया के गले पर निशान देखे। शरीर पर भी चोट के निशान थे।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, एसपी से शिकायत
ग्रामीणों ने इसकी सूचना सागर के परिवार और दोघट चौकी पुलिस को दी। 24 जुलाई को सागर और उसके परिवार ने हत्या की आशंका जताते हुए बड़ौत कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पर पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। 25 जुलाई को सागर और उसके परिवार ने एसपी सूरज कुमार राय से मुलाकात करके न्याय की गुहार लगाई। एसपी के निर्देश पर बड़ौत पुलिस ने सोनिया के पिता अरुण कुमार और चाचा अनिल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दोनों अपने हत्या की बात स्वीकार कर ली है।
रसूखदारों के डर से शांत रहा परिवार
सागर के पिता रामपाल ने बताया कि सोनिया के परिवार के लोग गांव के रसूखदार हैं। उनके पास कई बंदूकें हैं। अक्सर लोगों को बंदूक दिखाकर डराते रहते हैं। मेरे बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। इसलिए हम शुरूआत में चुप थे। पर जब सानिया की हत्या हुई तो हमने पुलिस की मदद ली कि कहीं मेरे बेटे को भी न मार दें।
लड़के-लड़की का घर 500 मीटर की दूरी पर
पुलिस ने बताया कि लड़का और लड़की एक ही गांव के रहने वाले हैं। दोनों के घर के बीच की दूरी महज 500 मीटर की दूरी पर है। बाजार आते-जाते समय दोनों के बीच दोस्ती हुई थी।
युवती के दादा रहे सपा के पुराने कार्यकर्ता
ग्रामीणों ने बताया कि सोनिया के दादा सपा के पुराने कार्यकर्ता थे। उनका सपा में अच्छी पकड़ थी। हालांकि दोनों बेटे मजदूरी करते हैं। पर पिता की रसूख पर वे गांव में दबंगई करते हैं। अक्सर मारपीट करते हैं।
शव को कब्र से निकालकर होगा पोस्टमॉर्टम- एसपी
एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि मामले में लड़के की शिकायत पर बड़ौत थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। युवती के चाचा-पिता ने हत्या की बात कबूल की है। फिलहाल युवती की कब्र को खुदवा कर शव बाहर निकाला जा रहा है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। दोघट पुलिस पर ड्यूटी में लापरवाही के आरोप की भी जांच की जा रही है।
गांव में फोर्स तैनात
जातिगत हिंसा की आशंका को देखते हुए एसपी के निर्देश पर गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है। लड़के और उसके परिवार को सुरक्षा मुहैय्या कराई गई है।