शारदा न्यूज़, मेरठ। मेडिकल के माइक्रो बाइलाजी विभाग में अब काला पीलिया और हैपेटाइटिस बी और सी की जांच आधुनिक मशीन द्वारा की जाएगी।
मेडिकल के मीडिया प्रभारी डा. वीडी पाण्डेय ने बताया भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रिय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मेडिकल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में काला पीलिया (हेपेटाइटिस बी और सी) की जांच के लिए नई आधुनिक मशीन कोबास 5800 स्थापित की गई है।
सोमवार को राज्य सभा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेई व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन और प्रधानाचार्य डा.आरसी गुप्ता द्वारा मशीन का शुभारंभ हुआ।
विभागाध्यक्ष व आचार्य डा. अमित गर्ग ने बताया भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रिय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम अंर्तगत मेडिकल कॉलेज मेरठ की माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला में नाको द्वारा स्थापित एचआईवी की जांच के लिए स्थपित मशीन में ही हेपेटाइटिस बी और सी (एचसीवी, एचबीएसएजी) की जांच की जा रही थी। क्योंकि एआरटी सेंटर में मेरठ मण्डल तथा सहारनपुर मण्डल के मरीजों की संख्या ज्यादा होने की वजह से एचसीवी, एचबीएसएजी वायरल लोड की जांच के रिपोर्ट के लिए मरिजों को प्रतीक्षा करनी पड़ती थी। मगर अब कोबास 5800 की स्थापना के बाद मरीजों को पीलिया की रिपोर्ट जल्दी मिल पाएगी।
प्रधानाचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने भारत सरकार का नई मशीन की स्थापना के लिए आभार व्यक्त किया तथा डा. अमित गर्ग, डा. पीपी मिश्रा, डा. सोनल जिंदल, कार्वी अग्रवाल एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग को बधाई दी। डा. गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब ने कोविड काल में कोरोना की जांच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था। उन्होंने आशा जताई की आने वाली समय मे माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला जनहित में निरंतर कार्य करती रहेंगी।
इस अवसर पर ए सी एम ओ डा अशोक तालियान, डा सीमा जैन, डा ज्ञानेश्वर टोंक, डा रचाना चौधरी, डा प्रीती सिंह, डा लोकेश सिंह, कपिल राणा, माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला में कार्यरत लैब तकनीशियन, कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे।