गाजियाबाद। जनपद में 15 दिन से लापता चल रहे 53 वर्षीय किसान के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। प्रॉपर्टी डीलर ने उनकी लाश गंगनहर में फेंकने की बात कुबूली है। उसने कुबूला है कि किसान ने मेरे आॅफिस में आकर सुसाइड कर लिया और खुद के फंसने के डर से मैंने लाश ठिकाने लगा दी। हालांकि मृतक के परिजनों का सीधे तौर पर आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर ने हत्या की है। फिलहाल लाश बरामद नहीं हो पाई है। पुलिस सर्च आॅपरेशन चला रही है।
मामला बापूधाम थाना क्षेत्र में सदरपुर गांव है। यहां के 53 वर्षीय उमेश चौधरी उर्फ कुकी पेशे से किसान थे। करीब 10 साल पहले उन्होंने 23 लाख रुपए में एक प्लॉट बेचा था और ये रुपए गोविंदपुरम के प्रॉपर्टी डीलर नीरज कौशिक को दिए थे। नीरज ने इस रकम को अपने काम में लगाकर कुछ दिनों बाद अच्छे ब्याज के साथ लौटाने का वायदा किया था। अब उमेश के 15 लाख रुपए नीरज पर उधार थे और बीते 5 साल से उसने एक पाई नहीं लौटाई थी।
उमेश चौधरी उर्फ कुकी के बेटे आशु चौधरी ने बताया, ’11 जनवरी की सुबह साढ़े 8 बजे मेरे पिताजी उधार पैसा मांगने प्रॉपर्टी डीलर नीरज कौशिक के घर गए थे। उसका घर गोविंदपुरम एच ब्लॉक में है और घर में ही उसका दफ्तर भी है। इसके बाद पिताजी लापता हो गए। हम पुलिस चौकी और फिर थाने पर गए। पुलिस ने हमारी कोई मदद नहीं की। प्रॉपर्टी डीलर ने साफ कह दिया कि आपके पिताजी मेरे यहां आए ही नहीं थे।’
सीसीटीवी फुटेज से मिला घर में घुसने का क्लू
आशु चौधरी ने बताया, ‘हमने एक पुलिसकर्मी से सहयोग लेकर अपने स्तर पर जांच शुरू की। इस दौरान एक सीसीटीवी फुटेज में मेरे पिताजी उस दिन सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर नीरज कौशिक के घर में साइकिल से घुसते हुए दिखाई दिए। इसके बाद उनके घर से बाहर निकलने का कोई फुटेज हमें नहीं दिखा। सुबह करीब साढ़े 10 बजे नीरज कौशिक अपनी अल्टो कार से बाहर निकला और 11.28 बजे वापस घर पर आ गया। हमें तभी नीरज पर शक गहरा गया। फुटेज लेकर हम पुलिस के आला अफसरों से मिले।’
आरोपी ने सुनाई सुसाइड करने की दो कहानी
किसान के बेटे आशु ने बताया, पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर नीरज कौशिक से कड़ाई से पूछताछ की। शुरूआत में वो बरगलाता रहा। बाद में उसने दो तरह की कहानियां बनाईं। पहली कहानी ये थी कि उमेश चौधरी उसके आॅफिस में जहर खाकर आए और वहीं मर गए। दूसरी कहानी ये थी कि उमेश ने उसके आॅफिस में फांसी लगाकर जान दे दी। जिसके बाद वो डर गया। लाश को कार में रखी और गोविंदपुरम में घुमाता रहा। इसके बाद आठ किलोमीटर दूर मुरादनगर गंगनहर स्थित चितौड़ा पुल के पास ले गया। वहां लाश गंगनहर में फेंक दी और वापस आ गया।
आशु चौधरी सहित कई परिवारीजन इस केस में शुक्रवार को दिल्ली पुलिस के एक परिचित अधिकारी से मिले। उन्होंने पूरा केस समझा, फिर गाजियाबाद पुलिस के डीसीपी सिटी से बातचीत की। इसके बाद डीसीपी ने शुक्रवार रात करीब दो घंटे तक प्रॉपर्टी नीरज कौशिक से पूछताछ की। नीरज ने फिर से वही दोनों कहानियां दोहराईं। फिलहाल इस केस की छानबीन में डीसीपी ने क्राइम ब्रांच को लगा दिया है। साथ ही पुलिस की एक टीम मुरादनगर गंगनहर पर सर्च आॅपरेशन में लगा दी गई है। आसपास के जनपदों को भी सूचना भिजवा दी गई है।
प्रॉपर्टी डीलर पर दर्ज हैं 6 मुकदमे
पीड़ित परिजनों की छानबीन में पता चला है कि प्रॉपर्टी डीलर नीरज कौशिक पर मधुबन बापूधाम थाने में 6 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें एक मुकदमा अपहरण का भी है, जिसमें उस पर एक लड़के को अपने घर में 8 दिन तक बंधक बनाकर फिरौती वसूलने का आरोप है।
पीड़ित परिजनों का कहना है कि ये सुसाइड नहीं, सीधे तौर पर हत्या है। अब आरोपी बचने के लिए इसे दूसरा रूप देना चाहता है। वो चाहता है कि बॉडी रिकवर न हो, जिससे उस पर हत्या का मुकदमा ही न चले। इसलिए वो पुलिस को कई तरह की कहानियां सुना रहा है।
इस पूरे प्रकरण में डीसीपी (सिटी) कुंवर ज्ञानन्जय सिंह ने बताया, प्रॉपर्टी डीलर नीरज कौशिक ने पूछताछ में किसान का शव गंगनहर में फेंकने की बात कुबूली है। हम ये जांच कर रहे हैं कि उस दिन प्रॉपर्टी डीलर के घर के अंदर क्या-क्या हुआ था। ये वाकई सुसाइड था या फिर हत्या। इस केस की छानबीन में क्राइम ब्रांच सहित तीन टीमें लगा दी गई हैं। लाश की बरामदगी के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।