बिजनौर बैराज के सभी गेट खुले, जिलाधिकारी ने प्रशासनिक टीम के साथ किया तटबंध का निरीक्षण
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मवाना, हस्तिनापुर और परीक्षितगढ़ क्षेत्र में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। पिछले तीन दिनों से हरिद्वार और बिजनौर बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। हरिद्वार स्थित भीमगोडा बैराज से बुधवार देर शाम 3 लाख 47 हजार क्यूसेक और बिजनौर बैराज से 3 लाख 61 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बिजनौर बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं। इससे बाढ़ का पानी हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में तेजी से फैल रहा है।
सिरजेपुर, भीकुंड, मानपुर, शहजादपुर, ललितपुर, फतेहपुर प्रेम, शेरपुर, गावड़ी और हंसापुर सहित 12 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घरों और खेतों में घुस चुका है। ग्रामीणों के लिए हालात दिन-प्रतिदिन मुश्किल होते जा रहे हैं।
खादर के ग्रामीण अपने पशुओं को सिर पर बोरे रखकर या ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर सुरक्षित स्थानों की ओर ले जा रहे हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। न नाव की व्यवस्था है, न राहत शिविर, न ही चारा-पानी की कोई व्यवस्था की गई है।
वहीं दूसरी ओर गुरूवार को जिलाधिकारी डा. वीके सिंह ने हस्तिनापुर खादर क्षेत्र का दौरा करते हुए तटबंध का निरीक्षण किया। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि भीकुंड के पास अभी तक अंडर पास की व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे दिक्कत आ रही है। इसके साथ ही तटबंध के पास जल निकासी को जो कुलाबे डाले गए हैं, उनमें गंगा में बहकर आ रही जलकुंभी फंसने से कुलाबे बंद हो गए हैं। ऐसे में पानी आबादी के तरफ बढ़ने से कई गांवों में पानी भर गया है।
इसके बाद जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसके शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पशुओं के चारे के साथ ही ग्रामीणों के बचाव को सभी व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई हैं। ग्रामीणों की सुरक्षा और सुविधा से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने उपजिलाधिकारी मवाना को भी तहसील टीम को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखने का निर्देश दिया।
मजदूरों संग किया डीएम ने भोजन
तटबंध का निरीक्षण करने के दौरान जिलाधिकारी ने मजदूरों से भी बात की। जिस समय जिलाधिकारी वहां पहुंचे, मजदूर भोजन कर रहे थे। जिस पर डीएम ने उनके साथ ही खड़े होकर भोजन किया और तटबंध मरम्मत में आने वाली दिक्कतों की जानकारी ली।