- जीवन मे आने वाले विघ्नों कठिनाइयों पर कैसे विजय प्राप्त करें विघ्नहर्ता श्री गणेश जी के पूजन से सीखें यह प्रबंधन: आचार्य मनीष स्वामी
- बुधवार को गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त संयोग में श्री गणपति भगवान् मंगलमूर्ति की मंत्रोचार आरती के साथ गणपति के जन्म नक्षत्र चित्रा नक्षत्र में की गई पूजा अर्चना।
- ढोल नगाड़ो के साथ धूमधाम से नौचंदी क्षेत्र परिक्रमा के साथ मनाया गया गणेशोत्सव।
- राजेंद्रनगर ,पूर्वी कल्याण नगर ,कैलाशपुरी ,प्रीतविहार ,नौचंदी के क्षेत्रवासियों द्वारा घर घर में विराजमान हुए भगवान गणपति।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। नौचंदी स्थित श्री बालाजी मंदिर प्रांगण में बुधवार को ‘गणेश चतुर्थी’ शुभ मुहूर्त में भगवान् गणपति जी का पूजन किया गया। मंदिर के महंत आचार्य मनीष स्वामी जी द्वारा विघ्नहर्ता भगवान् गणपति जी का दीप प्रज्जवलित करके मंत्रोचार द्वारा गणपति उपासना राष्ट्रकल्याण की कामना की गयी।
आशा सैनी, सुमित सैनी द्वारा पूजन किया गया। इसके उपरांत मंदिर प्रांगण से भगवान गणपति जी की क्षेत्र परिक्रमा कराई गयी ।
महंत आचार्य मनीष स्वामी जी ने सभी क्षेत्रवासियों व भक्तजनो को बताया कि किस प्रकार गणेशोत्सव में 10 दिन गणपति जी की पूजा अर्चना की जाये, श्री गणेश जी का जन्म भादौ की चतुर्थी को दिन के दूसरे प्रहर में हुआ था। इन्हीं तिथि, वार और नक्षत्र के संयोग में मध्याह्न यानी दोपहर में जब सूर्य ठीक सिर के ऊपर होता है, तब देवी पार्वती ने गणपति की मूर्ति बनाई और उसमें शिवजी ने प्राण डाले थे।

आज से मंगलमूर्ति गणेश 10 दिन के लिए विराजेंगे, फिर अनंत चतुर्दशी पर उनकी विदाई होगी। गणेश चतुर्थी के आयोजन के दौरान सुमित सैनी, ज्ञानेश्वर शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, राकेश शर्मा, प्रेमचंद, श्यामसुंदर शर्मा , योगेंद्र , लक्ष्मी उपस्थित रहे।



