नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को निधन हो गया। 79 वर्षीय मलिक ने दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनका लंबे समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह जम्मू-कश्मीर, मेघालय और गोवा में गर्नवर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनके निधन की जानकारी पूर्व राज्यपाल के हैंडल से ही दी गई है। इसमें लिखा गया कि पूर्व गवर्नर चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक जी नहीं रहे।
सत्यपाल मलिक अगस्त 2018 से लेकर अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल रहे। उनके कार्यकाल के समय ही जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हुआ और वह प्रदेश दो भागों में बंटकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में केंद्रशासित प्रदेश बना। सीबीआई ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक समेत आठ लोगों के विरुद्ध जम्मू की विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया था। जांच एजेंसी के अनुसार, किरू जलविद्युत परियोजना के सिविल कार्यों के लिए 2200 करोड़ रुपये का ठेका आवंटित करने में नियम व प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है। जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुनील शर्मा ने कहा ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण खबर है।
जम्मू-कश्मीर में उनका कार्यकाल 1-1.5 साल लंबा था। मैं यहां उनके कार्यकाल के दौरान व्यक्तिगत रूप से उनके संपर्क में था। हम उनसे कई मौकों पर मिलते थे। हर किसी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है, और यह पूरी तरह से उन पर निर्भर था कि वे खुद को कैसे व्यक्त करते हैं। उन्होंने चार राज्यों के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है।