फिरोजाबाद: उप निरीक्षक की हत्या का 24 घण्टे के अन्दर पुलिस ने किया खुलासा, पढ़िए पूरी खबर-
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उप निरीक्षक की हुई हत्या का 24 घण्टे के अन्दर पुलिस ने किया खुलासा।
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विवेचना से लौटते वक्त उ0नि0 दिनेश कुमार मिश्रा की गोली मारकर हुई थी दुखद हत्या।
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घटना के अनावरण हेतु पुलिस की 04 टीमों का किया गया था गठन।
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उ0नि0 के साथ मौजूद उनका नौकर ही निकला हत्यारा।
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पुलिस की पूछताछ में हत्यारे ने उगले सारे राज।
शारदा न्यूज़, संवाददाता।
फिरोजाबाद। थाना अरांव पर नियुक्त उ0नि0 दिनेश कुमार मिश्रा विवेचना हेतु थाना क्षेत्र में रवाना हुए थे और विवेचना से थाना वापस आ रहे थे तभी उनके नौकर धीरज शर्मा उर्फ प्रवीन द्वारा थाना प्रभारी अराँव को सूचना दी गयी कि ग्राम चन्दपुरा व मीठेपुर के मध्य उदयवीर सिंह के स्कूल के पास में दरोगाजी का एक्सीडेंट हो गया है। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक द्वारा मौके पर पहुँच कर उ0नि0 को घायल अवस्था में ट्रामा सेन्टर फिरोजाबाद ले जाया गया। जहाँ चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि उनको गर्दन में गोली लगने से मृत्यु हुयी है, जिसके आधार पर थाना अरांव पर मु0अ0सं0 290/23 धारा 302 भादवि पंजीकृत किया गया था।
उक्त सनसनीखेज दुखद घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन, आगरा, पुलिस महानिरीक्षक आगरा रेन्ज, आगरा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए घटना के शीघ्र अतिशीघ्र अनावरण हेतु अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व अपर पुलिस अधीक्षक नगर को निर्देशन दिए गये तथा क्षेत्राधिकारी सिरसांगज, क्षेत्राधिकारी नगर, क्षेत्राधिकारी शिकोहाबाद एवं क्षेत्राधिकारी (यूटी) के नेतृत्व में जनपद की पुलिस से 04 टीमों का गठन किया गया जिसमें सभी को घटना का शीघ्र अनावरण करने हेतु कार्य निश्चित करते हुए आदेश निर्देश दिये गये ।
गठित टीमों द्वारा मौके से टैक्नीकल साक्ष्य एकत्रित किए गये जिसमें घटनास्थल के पास सीसीटीवी खंगाले गये घटनास्थल के पास रहने वाले लोगों से भी बातचीत की गयी, मृतक उ0नि0 से सम्बन्धित मोबाइल नम्बरों की जानकारी की गयी। घटना के समय उनके साथ मौजूद नौकर धीरज शर्मा से घटना के सम्बन्ध में पूरे दिन की गतिविधियों को गहनता से चैक किया गया साथ ही मोबाइल रिकॉर्ड चैक कर गहनता से पूछताछ की गयी जिसमें धीरज द्वारा बार-बार अपने बयान बदले जाने लगे। उसके द्वारा दिए गये बयान की हर कड़ी को गम्भीरता से टीमों द्वारा टैक्नीकल व मैनुअल तरीके से चैक किया गया जिससे धीरज शर्मा पर शक और गहराता चला गया। जिसके बाद टीमों द्वारा मौके के साक्षियों से पूछताछ कर कथन अंकित किए गये और अन्य भौतिक साक्ष्यों को एकत्र किया गया जिसके फलस्वरूप धीरज की भूमिका संदिग्ध लगने लगी। जिसके बाद आज दिनांक 05.08.2023 को अभियुक्त धीरज शर्मा उर्फ प्रवीन पुत्र स्व0 रामबाबू शर्मा को उक्त टीमों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से गिरफ्तार किया गया जिससे पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा घटना का जुर्म इकबाल करते हुए घटना कारित करने के सम्बन्ध में शुरु से लेकर अन्त तक साक्ष्यों के अंकित कथन व भौतिक साक्ष्यों के अनुरुप बयान दिए गये तथा अभियुक्त ने स्वयं ही तमंचे को घटनास्थल के पास छुपाने की बात बतायी जिसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक अवैध तमन्चा 315 बोर जिसमें एक खोखा कारतूस 315 बोर फंसा हुआ घटनास्थल के पास ही बने बिटौरा से बरामद कराया गया। उक्त बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर अभियुक्त के विरुद्व वैधानिक कार्यवाही करते हुए आरोपी को न्यायलय के समक्ष पेश कर आज जेल भेज दिया है।