spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Friday, December 26, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशAyodhyaभारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है... हर मन में...

भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है… हर मन में राम नाम है: सीएम योगी

-


अयोध्या: सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद संबोधन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “प्रभु राम लला के भव्य, दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई। मन भावुक है।

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति भेंट की।

 

 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा “आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है… हर मन में राम नाम है। हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी है। हर जुबान राम नाम जप रही है। रोम-रोम में राम रमे हैं…ऐसा लगता है कि हम त्रेतायुग में आ गए हैं…”

 

 

अयोध्या में श्री राम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक संबोधन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंदिर वहीं बना है, जहां बनाने के संकल्प लिया था। सीएम योगी ने कहा कि रामलला 500 साल बाद अपने मंदिर विराजे हैं। ऐसा लग रहा है मानों हम त्रेता युग में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए बहुसंख्यक समाज ने संघर्ष किया और लड़ाई लड़ी।

 

सीएम योगी ने कहा कि आज हर घर में राम का नाम लिया जा रहा है। राम का जीवन हमें संयम सिखाता है और भारतीय समाज ने भी संयम का परिचय दिया। सीएम ने कहा कि अयोध्या धाम का भी विकास हो रहा है। एक जमाने में यह सपना था कि अयोध्या में हवाईअड्डा हो जो आज साकार हो रहा है।

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, प्रभु राम लला के भव्य, दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई… मन भावुक है… निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे… आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है… हर मन में राम नाम है। हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी है। हर जुबान राम नाम जप रही है। रोम-रोम में राम रमे हैं…ऐसा लगता है कि हम त्रेतायुग में आ गए हैं…

 

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “श्री राम जन्मभूमि संभवत: विश्व में पहला ऐसा अनूठा प्रकरण होगा जिसमें किसी राष्ट्र के बहुसंख्यक समाज ने अपने ही राष्ट्र में, अपने आराध्य की जन्मस्थली पर मंदिर निर्माण के लिए इतने वर्षों और इतने स्तरों पर लड़ाई लड़ी हो। आज आत्मा प्रभुल्लित है इस बात से कि मंदिर वहीं बना है जहां बनाने का संकल्प लिया था।”

 

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

4,000,000FansLike
100,000SubscribersSubscribe

Latest posts