मेरठ। सीसीएसयू में पढ़ने वाले छात्रों के पास मिलने आने वाले लोगों के दोपहिया या चौपहिया वाहनों का छह माह तक पूरा रिकॉर्ड रहेगा। विवि यदि किसी वाहन को प्रतिबंधित करता है, तो उसके प्रवेश करते ही हॉर्न बजेगा और सिक्योरिटी गार्ड गेट पर ही वाहन को रोक देंगे। इसके लिए प्रवेश द्वारों पर आॅटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉनिएशन सिस्टम लगेगा जिसका ट्रायल हो गया है।
सीसीएस प्रशासन ने परिसर की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार किया है। जिसके तहत कंट्रोल रूम बनाकर सुरक्षा कर्मियों को वॉकी-टॉकी मुहैया करवा दिए हैं। जल्द ही हैंड-हैंडलिंग मैटल डिटेक्टर की व्यवस्था की जा रही है। असामाजिक तत्वों के परिसर में वाहनों से प्रवेश पर अंकुश लगाया जाएगा। प्रवेश द्वार पर आॅटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉनिएशन सिस्टम लगेगा। इस सिस्टम के लगने के बाद आॅटोमैटिक तरीके से न सिर्फ वाहन की पूरी रिकॉर्डिंग होगी बल्कि वाहन का नंबर भी सेव होगा। इसके अलावा वाहन चलाने वाले की फोटो भी कंप्यूटर में सेव हो जाएगी। यदि गेट पर बैठे सुरक्षा कर्मी वाहनों के बारे में जानकारी निकालना चाहेंगे तो एक क्लिक करते ही उसके सामने होगी।
ट्रायल करने वाले इंजीनियरों ने विवि के मुख्य अभियंता मनीष मिश्रा को बताया कंप्यूटर में विवि के पास छह माह तक वाहनों के आवागमन का डाटा सुरक्षित रहेगा। इस सिस्टम के लगने के बाद पुलिस न सिर्फ असलाह बल्कि बेधड़क आने वालों पर लगेगी रोक विवि के गेट पर आॅटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉनिएशन सिस्टम लगने और हैंड हैंडलिंग मैटर डिटेक्टर आने के बाद परिसर में असलाह लेकर आने वाले असामाजिक तत्वों पर पूरी तरह से अंकुश लग जाएगा।