शारदा न्यूज़, मेरठ। प्राथमिक विद्यालय अलीनगर खुर्द सरोजिनी नगर लखनऊ के बच्चों ने रंग बिरंगे स्कॉर्फ पहनकर अपने हाउस के खेल-खेल में पढ़ाई के नए गुणों को हासिल किया।
बच्चे लाल-गुलाबी और नीले रंग के स्कार्फ पहनकर खिलखिलाते बच्चे गीत, कविता और ज्ञान-विज्ञान की पहेलियां तथा अन्य गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाई को खेल-खेल में सीख रहे हैं। निश्चित रूप से यह एक अनोखी पहल है जिसमें बच्चे कक्षा के बाहर भी रोचकता पूर्ण वातावरण में अपने हाउस और अपने ग्रुप में रहने की कला तथा एक दूसरे से सामंजस स्थापित करने की कला सीख रहे हैं। साध ही रंगों के महत्व के बारे में भी जानकारी हासिल कर रहे हैं।
शिक्षिका रीना त्रिपाठी ने बच्चों को रंगों के महत्व के बारे में बताया खेल कि गतिविधियों के माध्यम से आसान तरीके से रंगों के महत्व को समझा जा सकता है। लाल रंग के स्कार्फ पहने हुए बच्चे मंगल और पराक्रम का प्रतीक बने है। लाल रंग हमारे शरीर को स्वस्थ और मन को प्रसन्न बनाने वाला होता है। यह लाल रंग खुशी व सम्पन्नता का प्रतीक होता है और धन, अपार सम्पदा और समृद्धि को प्रकट करने वाला भी होता है। रेड हाउस के कप्तान ने अपने सभी बच्चों को यह पाठ दोहराने को कहा। नीला रंग आसमान और समुद्र का प्रतीक होता है जो हमारे मन को बहुत पसंद आता है। मनोविज्ञान के अनुसार नीला रंग बल, पौरुष और वीर भाव का प्रतीक होता है। गुलाबी रंग युद्ध और शौर्य का प्रतीक माना जाता था इसलिए यह रंग पुरुषों के लिए जाना जाता था।
बच्चों को तीन रंगों में विभाजित कर अन्य रंगों के महत्व को भी बताया गया और इन रंगों का प्रयोग भी समझाया गया। प्रधान अध्यापिका अभाव रानी शुक्ला ने सभी हाउस के अपने कप्तान और उप कप्तान बनाए। वहीं शिक्षिका नसीम शहर में निपुण लक्ष्य प्राप्त किए हुए बच्चों को एक अक्षर से कई शब्द बनाने और विभिन्न प्रकार की सब्जियों फलों रंगो इत्यादि का खेल खेल में बच्चों को ज्ञान कराया।