– पाठ्यक्रमों में एकरूपता लाने के लिए उठाया गया कदम
मेरठ। आल इंडिया काउंसिल फार टेक्निकल एजुकेशन (एआइसीटीई) अब तक प्रबंधन और कंप्यूटर एप्लीकेशन के परास्नातक पाठ्यक्रमों एमबीए व एमसीए को ही रेगुलेट (विनियमित) करती थी। अब परास्नातक के पाठ्यक्रमों के साथ ही स्नातक के पाठ्यक्रमों में भी एकरूपता लाने के लिए स्नातक पाठ्यक्रमों को भी रेगुलेट करने का निर्णय लिया है। इनमें बीबीए, बीएमएस और बीसीए पाठ्यक्रमों का संचालन अब सीधे एआइसीटीई के अंतर्गत किया जाएगा।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कालेजों व परिसर के विभागों में प्रबंधन और कंप्यूटर एप्लीकेशन के अंतर्गत संचालित पाठ्यक्रमों, बीबीए व बीसीए को एआइसीटीई के विनियमन के तहत लाए जाने की सूचना दे दी है। एमबीए और एमसीए की तर्ज पर ही बीबीए, बीएमएस और बीसीए के पाठ्यक्रमों में एकरूपता लाने के साथ ही गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए एआइसीटीई से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों को फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, छात्रों के लिए स्कालरशिप योजनाएं, माडल करिकुलम, ई कुंभ पोर्टल के तहत भारतीय भाषाओं में उपलब्ध ई- पुस्तकों की निश्शुल्क सुविधा, शिक्षण संस्थानों के लिए मार्गदर्शन योजना का लाभ मिलने के साथ ही परख यानी परफार्मेंस एनलिसिस एंड रिव्यू फार होलिस्टिक डेवलपमेंट आदि सुविधाएं भी मिलती हैं।
यह निर्देश सभी राज्य विश्वविद्यालयों को भेजे गए हैं, जिनके अंतर्गत संबद्ध कालेजों में संचालित प्रबंधन व कंप्यूटर एप्लीकेशन पाठ्यक्रमों को एआइसीटीई से संबद्धता मिलेगी।