शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मेरठ। विख्यात कहानीकार, आलोचक और उर्दू विभागाध्यक्ष, सीसीएसयू मेरठ के प्रो. असलम जमशेदपुर के कथा संग्रह गोदान से पहले को वेस्ट बंगाल उर्दू अकादमी द्वारा शजावेद निहाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
ज्ञात हो कि प्रो.असलम जमशेदपुरी पिछले 21 वर्षों से शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य कर रहे हैं, वह कई शिक्षण संस्थानों से संबद्व हैं। वह विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से उर्दू की शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। आपने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण सेवाए प्रदान की है। आप प्रसिद्व कहानीकार और नई पीढ़ी के एक महत्वपूर्ण आलोचक के रूप में भी अंतर्राष्ट्रीय पहचान रखते हैं। आप की अब तक विभिन्न विज्ञानपर चार दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। जिनमें उफ की मुस्कुराहट 1997, कोलाज़, 2014, ईदगाह से वापसीश् 2015 और शगोदान से पहलेश् 2021 कथा संग्रह सम्मिलित हैं।
इस से पहले भी प्रो. असलम जमशेदपुरी की साहित्यिक सेवाओं के लिये विभिन्न संगठनों एंव संस्थाओं ने उन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया है जिनमें पश्चिम बंगाल उर्दू अकादमी पुरस्कार, बिहार उर्दू अकादमी पुरस्कार, दिल्ली उर्दू अकादमी पुरस्कार, उर्दू नवाज़ पुरस्कार, बेदिल पुरस्कार, मेरठ, अंजुम जमाली पुरस्कार, मेरठ, सिटि आफ द वर्ल्ड पुरस्कार, मेरठ, ज़मीर नौही पुरस्कार, सरधना, माखन लाल चतुर्वेदी पुरस्कार, मेरठ, मौलाना आजा़द नेषनल पुरस्कार, मुरादाबाद, उर्दू फिक्षन पुरस्कार, पंजाब, लनतरानी मीडिया पुरस्कार, मुम्बई, हमीदिया सिलवर जुबली पुरस्कार, दिल्ली, मन्टू पुरस्कार, पंजाब, टाटा स्टील पुरस्कार, जमषेदपुर और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, स्टार ऑफ उर्दू, जर्मनी आदि शामिल हैं।
इस अवसर पर उर्दू विभाग के आसिफ अली, डा. शादाबअलीम, डा. इरशाद अली, डा. अलका वशिष्ठ के अतिरिक्त मुहम्मद शमशाद, सईद अहमद सहारनपुरी, डा. षबिस्ता आस मौ.डा. इफ्फत ज़किया, डा. साजिद अली, शाहजमां, माहे आलम, शहनाज़ परवीन, उज़मा सहर, इलमा नसीब, अतहर खान, सैयदा मरियम इलाही, नवेद खान आदि ने प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी को मुबारकबाद पेश की।