मेरठ। कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को अब कंप्यूटर का ज्ञान व उसकी बेसिक जानकारी होना जरूरी है। जबकि सीयूईटी यूजी व पीजी शुरू होने के साथ ही उच्च शिक्षा में सीबीटी यानी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट की व्यवस्था शुरू हो चुकी है। इसी को ध्यान में रखते हुए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक स्तर पर एक पेपर की परीक्षा सीबीटी से ही कराने की तैयारी चल रही है। छात्रों को कंप्यूटर संचालन व टाइपिंग सीखने को प्रेरित करने के उद्देश्य से यह व्यवस्था लागू करने पर विचार किया जा रहा है। इसे प्राथमिकता के तौर पर केवल सीसीएसयू परिसर में स्नातक यानी यूजी स्तर पर ही लागू किया जाएगा।
गौरतलब है कि यूजीसी के नए नियम के मुताबिक विद्यार्थियों को किसी एक पेपर की परीक्षा कंप्यूटर पर आनलाइन देनी होगी। इसमें नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तर्ज पर विभिन्न परीक्षाओं की तरह एमसीक्यू यानी बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रश्नपत्र में कोई एक प्रश्न विस्तृत भी रखने पर विचार किया जा रहा है। सीसीएसयू के आइक्यूएसी यानी इंटर्नल क्वालिटी एश्योरेंस सेल ने यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय को दिया है। इसमें 200 कंप्यूटर सिस्टम की लैब बनाई जाएगी। यह आइसीटी लैब दो बड़े कक्ष में 100 कंप्यूटर्स की होगी। विश्वविद्यालय के हर विभाग में कंप्यूटर लैब है, जहां विद्यार्थियों को कंप्यूटर आधारित परीक्षा की तैयारी कराई जा सकेगी। उनकी मूल परीक्षा उक्त कंप्यूटर लैब में एक साथ होगी। हर कंप्यूटर पर अलग-अलग सेट के प्रश्नपत्र रहेंगे, जिससे छात्र एक-दूसरे से उत्तर नहीं पूछ सकेंगे। सीसीएसयू परिसर में यह लैब बनने के बाद रेगुलर पदों पर विश्वविद्यालय स्तर पर भरे जाने वाले असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति के लिए भी कंप्यूटर आधारित टेस्ट होंगे।