- ये ध्वज संघर्ष से सृजन की गाथा है: पीएम मोदी
अयोध्या। पीएम मोदी ने कहा आज भगवान श्रीराम के गृभगृह की अनंत ऊर्जा, श्रीराम परिवार का दिव्य प्रताप, इस धर्मध्वजा के रूप में इस दिव्यतम, भव्यतम मंदिर में प्रतिष्ठापित हुआ है। ये धर्मध्वजा केवल एक ध्वजा नहीं, ये भारतीय सभ्यता के पुनर्जागरण का ध्वज है। इसका भगवा रंग, इसपर रचित सूर्यवंश की ख्याति, वर्णित ॐ शब्द और अंकित कोविदार वृक्ष रामराज्य की कीर्ति को प्रतिरूपित करता है। ये ध्वज संकल्प है, सफलता है! ये ध्वज संघर्ष से सृजन की गाथा है, सदियों से चले आ रहे स्वप्नों का साकार स्वरूप है। ये ध्वज संतों की साधना और समाज की सहभागिता की सार्थक परिणीति है।

पीएम मोदी ने कहा, विकसित भारत बनाने के लिए भी समाज की इसी सामूहिक शक्ति की आवश्यकता है। यहां सप्तमंदिर बने हैं। यहां माता सबरी का मंदिर बना है जो जनजातिया समाज के प्रेम भाव की मूर्ति है। यहां निषादराज का मंदिर है, जो उस मित्रता का प्रतीक है जो उसकी भावना को पूजता है। पीएम मोदी ने कहा यहां जटायु और गिलहरी जी की मूर्तियां भी हैं जो बड़े संकल्प के लिए छोटे प्रयास को भी दिखाती हैं। हर देशवासी अगर राम मंदिर आएं तो सप्तऋषियों के भी दर्शन करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज अयोध्या नगरी सांस्कृतिक चेतना के एक और उत्कर्ष बिंदु की साक्षी बन रही है। संपूर्ण भारत, संपूर्ण विश्व राममय है। रामभक्त के मन में अद्वितीय संतोष है। सदियों के घाव भर रहे हैं, सदियों की वेदना आज विराम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है। आज उस यज्ञ की पूणार्हुति है जिसकी अग्नि 500 साल प्रज्जवलित रही।


