– विश्व की पहली कावड़ यहीं चढ़ी थी।
बागपत। ऐतिहासिक पुरा महादेव परशुरामेश्वर मंदिर में श्रावण मास के पहले सोमवार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालु भगवान शिव को जल अर्पित कर अपनी मनोकामनाएं मांग रहे हैं।
इस मंदिर का विशेष महत्व है। यहां स्थित शिवलिंग की स्थापना भगवान परशुराम ने की थी। विश्व की पहली कावड़ भी इसी मंदिर पर चढ़ाई गई थी। भगवान परशुराम हरिद्वार की हर की पौड़ी से जल लेकर यहां पहुंचे थे और जलाभिषेक किया था। इसके बाद से कावड़ यात्रा की परंपरा शुरू हुई।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। बागपत एडिशनल एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित जय भगवान शर्मा के अनुसार, यहां पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
श्रावण मास में इस मंदिर में लाखों शिव भक्त पहुंचते हैं। मान्यता है कि भगवान परशुराम प्रतिदिन किसी न किसी रूप में यहां आकर भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं। यह मंदिर देश-विदेश में प्रसिद्ध है और दूर-दूर से लोग दर्शन के लिए आते हैं।
शिवभक्तों की सेवा में बागपत जिला प्रशासन की पहल, ….यहां एक क्लिक पर मिलेगी पूरी जानकारी-
सावन के पहले सोमवार को ‘सूचना विभाग बागपत’ की ओर कांवड़ यात्रियों हेतु महत्वपूर्ण सूचना जारी हुई हैं, यह शिवभक्तों की सेवा में बागपत जिला प्रशासन की अनोखी पहल हैं। इस पहल के जरिये शिवभक्तों को एक क्लिक पर कांवड़ कंट्रोल रूम, स्वास्थ्य सुविधाएं, शौचालय, पार्किंग स्थल, कांवड़ शिविरों का विवरण (जल्द ही), इन सभी की पूरी जानकारी मिलेगी।